Career | Reported by: भाषा, Edited by: मानस मिश्रा |शनिवार जून 6, 2020 10:30 AM IST इतिहास में छह जून का दिन सिखों को एक गहरा जख्म देकर गया. इस दिन स्वर्ण मंदिर में सेना का आपरेशन ब्लूस्टार खत्म हुआ. मुख्य पूजनीय स्थल हरमंदिर साहिब की तरफ बढ़ती सेना का जरनैल सिंह भिंडरावाले और खालिस्तान समर्थक चरमपंथियों ने जमकर विरोध किया और इस दौरान दोनों तरफ से भीषण गोलीबारी हुई. भारी खूनखराबे के बीच अकाल तख़्त को भारी नुकसान पहुंचा और सदियों में पहली बार ऐसा हुआ कि हरमंदिर साहिब में गुरू ग्रंथ साहिब का पाठ नहीं हो पाया. पाठ न हो पाने का यह सिलसिला छह, सात और आठ जून तक चला. छह जून के नाम पर एक और ऐतिहासिक घटना भी दर्ज है. वह छह जून का ही दिन था, जब मुगलों के साम्राज्यवादी सपनों को हकीकत में बदलने से रोकने के लिए भारत के महान सपूत छत्रपति शिवाजी का रायगढ़ के किले में राज्याभिषेक हुआ और उन्हें छत्रपति की उपाधि से नवाजा गया.