Blogs | रवीश कुमार |बुधवार फ़रवरी 2, 2022 08:47 AM IST जो लोग हर बार हर बजट को प्रगतिशील और भविष्य के लिए बताते हैं उन लोगों ने इस बार इस बजट को भी प्रगतिशील और भविष्य के लिए बताया है. बजट बदल जाता है लेकिन इन लोगों की राय नहीं बदलती है. जब तक ऐसे लोग हैं तब तक खराब से खराब बजट को तारीफ की कमी नहीं होने वाली है. हर वित्त मंत्री को ऐसे विचारकों का शुक्रिया अदा करना चाहिए. इनके होने भर से और बोलने भर से हर बजट की शोभा बढ़ जाती है. ऐसे लोगों को इंडस्ट्री के लोग कहा जाता है. इस बजट में एक नए कालखंड का पता चला है जिसका नाम अमृत काल है. वित्त मंत्री ने बजट भाषण के चौथे पैराग्राफ में इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि हम आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं और और अमृत काल में प्रवेश कर चुके हैं.