Blogs | Sarvapriya Sangwan |सोमवार जून 27, 2016 03:27 PM IST मेरी समझ बनी है कि महिलाओं को कोई एक विचारधारा, खासकर दक्षिणपंथ उतना आकर्षित नहीं करता। इस विचार को अलग-अलग पार्टियों में शामिल महिलाओं से जोड़कर न देखें। यह राजनीति के क़ाबिल न समझी जाने वाली महिला वोटरों के बारे में है, जो चुपके से बदलाव का हिस्सा बन रही हैं।