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This Article is From Feb 21, 2022

'बाल शिव' में प्रजापति दक्ष बने तेज सप्रू को पसंद है पंजाबी बोली, बोले- सुनकर चेहरे पर आ जाती है मुस्कान

बाल शिव में प्रजापति दक्ष का किरदार निभा रहे तेज सप्रू ने पंजाबी भाषा से अपने लगाव के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि उन्हें पंजाबी शब्दों का डेली बोलचाल भाषा में इस्तेमाल करना बहुत पसंद है.

'बाल शिव' में प्रजापति दक्ष बने तेज सप्रू को पसंद है पंजाबी बोली, बोले- सुनकर चेहरे पर आ जाती है मुस्कान
तेज सप्रू फोटो
नई दिल्ली:

भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के साथ-साथ बहुभाषावाद को लेकर जागरूकता फैलाने के लिये हर साल 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (इंटरनेशनल मदर लैंग्वेज डे) मनाया जाता है. अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर एण्डटीवी के ऐक्टर तेज सप्रू (प्रजापति दक्ष, बाल शिव) ने पंजाब के अपने उन पसंदीदा व मजेदार शब्दों तथा वाक्यों के बारे में बताया, जिसे वो अपनी रोजाना की बोलचाल की भाषा में इस्तेमाल करना पसंद करते हैं. तेज सप्रू, जो कि एण्डटीवी के ‘बाल शिव‘ में प्रजापति दक्ष की भूमिका निभा रहे हैं, ने कहा, "पंजाबी सबसे लोकप्रिय भाषाओं में से एक है. इसका इस्तेमाल भारतीय सिनेमा में किया जाता रहा है. म्यूजिक इंडस्ट्री में भी पंजाबी भाषा हिट है और इसलिये यह दुनिया भर में मशहूर हो रही है".

तेज सप्रू आगे कहते हैं, "तुस्सी बड़े मजाकिया हो से लेकर चक दे फट्टे तक और जादू की झप्पी एवं मिट्टी पाओ तक जैसे न जाने कितने ही पंजाबी शब्दों एवं वाक्यों को हमने फिल्मों और टेलीविजन से सीखा है. ये शब्द और वाक्य हमारी दैनिक बातचीत का हिस्सा बन गये हैं. मैं जब पंजाब में रहता था तो मैंने कई शब्द सीखे थे और आज भी उनका इस्तेमाल करता हूं, फिर चाहे मैं कहीं भी रहूं. इनमें शामिल हैं गेयडी (ईधर उधर भटकना), पिंड (अपना गांव), किड्डन  (क्या चल रहा है?), सियाप्पा (मुश्किल), पंगा (चैलेंज), चेत्ती (जल्दी), छड्डो जी (जाने भी दो), बूथी (चेहरा), मुक्क (खत्म), घेंत (कमाल) शामिल हैं. मैं जब भी लोगों को ‘रब राखां‘ बोलते हुए सुनता हूं या ‘बल्ले बल्ले-शावा शावा‘ बोलकर डांस करते हुए देखता हूं, तो मेरे चेहरे पर हमेशा ही मुस्कान आ जाती है".

तेज सप्रू ने हिन्दी गानों में पंजाबी शब्दों की लोकप्रियता के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे कई हिन्दी गाने हैं, जिनमें पंजाबी शब्दों या वाक्यों का इस्तेमाल किया गया है, जैसे कि ‘राउला पे गया‘, ‘हायो रब्बा‘ वगैरह. आपके अंदर पंजाबीपन हो, इसके लिये यह जरूरी नहीं है कि आप पंजाब में रहते हों या जन्म से पंजाबी हों, बल्कि पंजाबी भाषा इतनी मजेदार है कि यह मेरी और हर किसी की जिंदगी का एक हिस्सा बन गई है. मेरी ओर से सभी लोगों को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की हार्दिक शुभकामनायें. मैं सभी लोगों से आग्रह करना चाहूंगा कि अपनी मातृभाषा का हमेशा सम्मान करें".

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