
- स्टार प्लस ने परिवार, रिश्तों और भारतीय संस्कृति से जुड़ी भावनात्मक कहानियों को हमेशा प्रमुखता दी है.
- क्योंकि सास भी कभी बहू थी शो ने सास-बहू रिश्तों की परिभाषा को बदलकर दर्शकों के दिल में जगह बनाई.
- नए सीजन का प्रोमो रिलीज होते ही सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दर्शकों का उत्साह बढ़ गया.
Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi New Promo: स्टार प्लस हमेशा से ही भावनाओं से जुड़ी और भारतीय संस्कृति से गहराई से जुड़ी फैमिली ड्रामा कहानियां दिखाने में आगे रहा है. इस चैनल ने हमेशा भारतीय टीवी की कहानी कहने की सीमा को आगे बढ़ाया है और अपने दर्शकों से जुड़ाव बनाए रखा है, खासकर रिश्तों, परिवार की परंपराओं और बदलते दौर के परिवारिक रिश्तों की कहानियों के जरिए. इन्हीं में से एक थी क्योंकि सास भी कभी बहू थी, जो ना सिर्फ सास-बहू शोज़ की परिभाषा बदलने वाली बनी, बल्कि करोड़ों लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा भी.
शो के नए सीजन की घोषणा ने सोशल मीडिया पर पहले ही हलचल मचा दी थी, और जैसे ही पहला प्रोमो रिलीज हुआ, दर्शकों का उत्साह और भी बढ़ गया. पुराने थीम सॉन्ग की धुन ने नॉस्टैल्जिया का असर ऐसा किया कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर जबरदस्त रिस्पॉन्स देखने को मिला. प्रोमो ने सिर्फ नए सीजन की झलक ही नहीं दी, बल्कि तुलसी का लुक भी सामने आया जिसमें वही गरिमा और मजबूती झलक रही थी, जिसकी वजह से वो हमेशा फैंस की फेवरेट रही हैं.
अब जब नया प्रोमो रिलीज हो चुका है, मेकर्स ने इसे शेयर करते हुए लिखा है, "बदलते वक्त के साथ एक नए नजरिए के साथ लौट रही है तुलसी! क्या आप तैयार हैं उसके इस नए सफर में उसके साथ जुड़ने के लिए? देखिए क्योंकि सास भी कभी बहू थी, 29 जुलाई से, रात 10:30 बजे, सिर्फ स्टार प्लस पर और कभी-कभी जियोहॉटस्टार पर!"
इस नए सीजन में जहां पुराने दिनों की याद दिलाई गई है, वहीं एक नया नजरिया भी देखने को मिलेगा. प्रोमो की शुरुआत होती है तुलसी की उन यादों से, जो उसने बीते वक्त के साथ जोड़ी हैं, लेकिन साथ ही वह आगे आने वाले सफर की झलक भी दिखाती है. गोमजी की नाम वाली शर्ट से लेकर सास-बहू के रिश्तों में आए उतार-चढ़ाव तक, तुलसी बदलते वक्त और अपने मूल्यों पर कायम रहने की बात करती नजर आती है.
प्रोमो में तुलसी की मजबूती और पारिवारिक मूल्यों से उसकी गहरी जुड़ाव को खूबसूरती से दिखाया गया है, वो भी आज के बदलते दौर की चुनौतियों के बीच. कहानी पुराने जाने-पहचाने पलों से शुरू होकर नए दौर की झलकियों तक पहुंचती है, जिसमें बीते कल की यादें और आज का समय एक साथ बंधे नजर आते हैं. अंत में यह याद दिलाया जाता है कि ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी' सिर्फ एक शो नहीं, बल्कि एक बार फिर से जगा हुआ जज्बात है.
साल दर साल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी' सिर्फ एक टीवी सीरियल नहीं रहा, बल्कि लोगों के दिल से जुड़ गया. विरानी परिवार और उनका शांतिनिकेतन घर हर किसी को अपना सा लगने लगा और यह शो हमेशा के लिए लोगों की यादों में बस गया. इसका असर आज भी पुराने एपिसोड, फैन क्लब और अब नए सीजन के साथ दिख रहा है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं