मलखंभ यानी एक बहुत बड़े से खंभे पर चढ़ कर हवा में करतब दिखाना या हवा में झूलती किसी रस्सी पर योग के आसन लगाना. इस खेल में अक्सर आपने लड़कों को ही करतब करते देखा होगा. पर, आपको ये जानकर ताज्जुब होगा का मलखंभ का पहला अवॉर्ड किसी पुरुष ने नहीं बल्कि एक महिला ने जीता था. वो भी महज 21 साल की उम्र में. ये गौरव हासिल करने वाली खिलाड़ी हैं हिमानी परब. जिन्होंने मलखंभ के खेल में दुनियाभर में अपने नाम का परचम लहराया है. साथ ही खेलों की दुनिया के बड़े पुरस्कारों में से एक अर्जुन अवॉर्ड को भी अपने नाम किया है.
मल्लखंब में सब पर भारी ये नारी। ???????? मुंबई की हिमानी मल्लखंब में अर्जुन पुरस्कार जीतने वाली पहली शख़्स हैं। ????????♀️ #OMGIndia #NationalYouthDay #राष्ट्रीय_युवा_दिवस pic.twitter.com/Ma3AzbAWfJ
— HISTORY TV18 (@HISTORYTV18) January 12, 2023
ऐसे हुई शुरुआत
हिमानी परब की बड़ी बहन भी मलखंभ की खिलाड़ी रही हैं. हिमानी परब को मलखंभ की प्रेरणा अपनी बड़ी बहन से ही मिली. हालांकि बड़ी बहन उस मुकाम तक नहीं पहुंची, जहां तक हिमानी परब पहुंची हैं. शुरुआत में हिमानी परब ने जब रोप मलखंभ शुरू किया तब हाथ और पंजे दोनों छिल जाते थे. बेटी की ये हालत देख माता पिता भी इस खेल से दूर रहने की सलाह देने लगे. लेकिन हिमानी परब नहीं मानी. वो जानती थीं कि इस मुश्किल को पार कर लिया तो फिर जीत ही जीत है. बस इसके बाद हिमानी परब लगातार मेहनत करती रहीं. जिसके दम पर वो मलखंभ और रोप मलखंभ दोनों की माहिर खिलाड़ी बन गईं.
वर्ल्ड चैंपियनशिप में जीता सोना
हिमानी परब ने अपने हुनर के दम पर वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी अपना नाम रोशन किया. मलखंभ की पहली वर्ल्ड चैंपियनशिप हुई साल 2019 में इस चैंपियनशिप में हिमानी परब ने चार गोल्ड मेडल और दो ब्रॉन्ज मेडल जीते. उनकी इस कामयाबी पर उनके कोच उदय देशपांडे कहते हैं कि हिमानी परब की मेहनत, लगन और अनुशासन ने ही उन्हें इस मुकाम पर पहुंचाया है. वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने के बाद हिमानी परब ने अर्जुन अवॉर्ड जीता. इस खेल के लिए अर्जुन अवॉर्ड जीतने वाली न सिर्फ पहली महिला बल्कि पहली खिलाड़ी भी वही हैं.
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