India's Got Talent 10 winner: 5 नवंबर को रियलिटी टीवी शो इंडियाज गॉट टैलेंट सीजन 10 को उसका विनर मिल गया है, जो खिताब छत्तीसगढ़ के मल्लखंब ग्रुप, अबूझमाड़ मल्लखंब अकेडमी ने ट्रॉफी और नकद पुरस्कार अपने नाम किया है. वहीं NDTV से उन्होंने खास बातचीत की और अपने आगे के प्लान्स के बारे में बताया है.
सवाल- आपका करियर कहां से शुरु हुआ?
जवाब- मैं बचपन से एक एथलैटिक्स का खिलाड़ी रहा हूं. और मैन काफी मैडल भी जीते हैं. वेस्ट बंगाल से खेलता था और पढ़ाई भी करता था. उसके बाद मैरी जॉब 2013 में डिफेंस में लगा. छत्तीसगढ़ सशक्त बल जौइन करने के बाद 2015 में छत्तीसगढ़ टास्क फोर्स मैने जौइन किया. STF में लगभग मैं छह साल रहा. उस दौरान मुझे बस्तर के हर कोने को जानने का मौका मिला. हर परिस्थिति से मैं गुजरा. एन्काउंटर्स भी झेला और दोस्तों और लोगों को शहीद होते हुए भी देखा. मैं आज जिंदा हूं तो ऊपर वाले की कृपा है, जो चाहते थे कि मैं ये काम करूं. तो उस बस्तर के क्षेत्र में जो आदिवासी हैं, उनमें टेलेंट की कोई कमी नहीं है और मैं बचपन में सोचता था कि कुछ अच्छा करुं.
सवाल- इंडियाज गॉट टेलेंट का विनर बनने के बाद आगे का क्या प्लान है?
जवाब- विनर बनने के बाद हम अमेरिका गॉट टेलेंट में भी जाने का प्लान है. हम चाहते हैं कि बहुत सारे शोज करें क्योंकि हमें अभी भी पैसों की जरुरत है. हमें एक बहुत बड़ा स्कूल बनाना है क्योंकि लाखों बच्चे हैं उस क्षेत्र में जिन्हें पढ़ाई के अलावा भी ये सब चीजें चाहिए खेल है. इस बहाने हम उनके इस टेलेंट को बाहर निकाल सकते हैं. इसे देखते हुए आगे जाकर मुझे एनजीओ को स्ट्रॉन्ग करना है. और ज्यादा से ज्यादा बच्चों को निखारना है, जिसके लिए पैसों की जरुरत होगी. इसके लिए हम सोचेंगे और सबसे बड़ा जो प्लान है वह है अमेरिका गॉट टेलेंट को जीतना है क्योंकि वहां जाकर अपने भारत के झंडे को लहराना है.
सवाल- India's Got Talent Season 10 एक बड़ा टाइटल है तो आपकी लाइफ में क्या इसका क्या महत्व है?
जवाब- इंडियाज गॉट टेलेंट जीतना सचमुच एक बड़ा अचीवमेंट है और सपना पूरा हो गया. यह मेरा ही नहीं इन 10 बच्चों के ऊपर टैग लग गया. अबूझमाड़ और छत्तीसगढ़ के ऊपर टैग लग गया है. क्योंकि जब भी हम शो में आए थे. हम खुद नहीं पूरे छत्तीसगढ़ को लेकर आए थे. इसीलिए हमें बहुत मेहनत करना है और हारना नहीं है. हमें लोग सपोर्ट कर रहे हैं. विनर बनने के बाद हमें फोन कर रहे हैं. तो ये बड़ा बदलाव है, जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता है. हमने कई साल पहले बहुत तकलीफों को झेला. पैसा नहीं था. आज वक्त बदल गया है, टीम को चलाने के लिए मदद मिल रही है. तो यह बड़ी चीज है और आगे मैं इस टाइटल को और भी अच्छा रुप देने की कोशिश करुंगा.
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