अयोध्या में हो रहे भूमि पूजन पर आया अरुण गोविल का रिएक्शन, बोले- हमें ये दिन देखने का...

पौराणिक धारावाहिक 'रामायण (Ramayan)' में 'श्रीराम' का किरदार निभाने वाले एक्टर अरुण गोविल (Arun Govil) ने मंदिर निर्माण को लेकर एक ट्वीट किया है. एक्टर का यह ट्वीट खूब वायरल हो रहा है.

अयोध्या में हो रहे भूमि पूजन पर आया अरुण गोविल का रिएक्शन, बोले- हमें ये दिन देखने का...

अरुण गोविल (Ram Mandir) का राम मंदिर के लिए भूमि पूजन पर रिएक्शन आया है

खास बातें

  • अरुण गोविल का ट्वीट हुआ वायरल
  • अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर किया रिएक्ट
  • सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है ट्वीट
नई दिल्ली:

अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण (Ram Mandir) के लिए भूमि पूजन होने वाला है. लगभग 100 सालों से चल रहे विवाद के बाद आखिरकार बीते साल अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का फैसला लिया गया था. मंदिर निर्माण को लेकर लोगों में काफी खुशी है, वहीं, अयोध्या में भी भूमि पूजन के लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. अब हाल ही में पौराणिक धारावाहिक 'रामायण (Ramayan)' में 'श्रीराम' का किरदार निभाने वाले एक्टर अरुण गोविल (Arun Govil) ने मंदिर निर्माण को लेकर एक ट्वीट किया है. एक्टर का यह ट्वीट खूब वायरल हो रहा है और लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं. 


एक्टर अरुण गोविल (Arun Govil Twitter) ने ट्वीट करते हुए लिखा, "अयोध्या में राम मंदिर के लिए वर्षों तक लगातार संघर्ष करने वाले वरिष्ठजन और आगे उस लड़ाई को भूमिपूजन तक लेकर आने वाले सभी रामभक्तों को मेरा कोटि कोटि नमन. आप सबके महान प्रयासों से ही हमें ये दिन देखने का‌ सौभाग्य मिल रहा है. जय श्रीराम." एक्टर अरुण गोविल (Arun Govil) के इस ट्वीट पर फैन्स के खूब रिएक्शन आ रहे हैं. बता दें, एक्टर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और अकसर समसामयिक मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय जनता के सामने पेश करते नजर आ जाते हैं. 

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बीते साल 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने एक लंबी सुनवाई के बाद अयोध्या में मंदिर-मस्जिद विवाद पर फैसला सुनाया था. 100 सालों से ज्यादा समय से चले रहे इस विवाद को तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई की अगुवाई में संवैधानिक पीठ ने इस पर फैसला सुनाया कि विवादित जमीन पर हक हिंदुओं का है. इसके साथ ही सरकार को यह भी आदेश दिया कि मुस्लिम पक्ष को अलग से 5 एकड़ जमीन दी जाए. हालांकि इस फैसले के बाद भी कई पुनर्विचार याचिकाएं दाखिल की गईं लेकिन सुप्रीम कोर्ट में सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया गया.