भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) की नवनिर्वाचित संस्था को निलंबित किये जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के समर्थकों में निराशा छा गयी है और उनके समर्थन में लगाये गये 'दबदबा' वाले पोस्टर व होर्डिंग हटा दिये गये हैं. 'दबदबा' का दावा कर खुशियां मनाने वाले बृजभूषण के समर्थकों की आवाज उस समय कमजोर पड़ गई, जब खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ की नवनिर्वाचित संस्था को निलंबित कर दिया और व्यवस्था संचालन के लिए इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन को नयी संस्था गठित करने का निर्देश दिया. सरकार के इस फैसले के बाद जगह-जगह लगाए गए ‘दबदबा' वाले पोस्टर और होर्डिंग उतारे जाने लगे. चार पहिया वाहनों से भी 'दबदबा' वाले स्टीकर हटा दिए गए हैं.
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भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को दिल्ली में कहा था कि उन्होंने इस खेल से संन्यास ले लिया है क्योंकि उनके पास कई अन्य जिम्मेदारियां हैं जिनमें अगले साल होने वाला लोकसभा चुनाव भी शामिल हैं. बृजभूषण ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने के बाद यह टिप्पणी की. इससे पहले खेल मंत्रालय ने WFI की नवनिर्वाचित संस्था को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया था. सिंह के करीबी लोगों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ पर कब्ज़ा करने के बाद कुछ प्रमुख पहलवानों द्वारा अपना विरोध फिर से शुरू करने के बाद उत्पन्न हुए संकट को कम करने के लिए नड्डा ने सिंह को एक बैठक के लिए बुलाया था.
डब्ल्यूएफआई के चुनाव 21 दिसंबर को हुए थे जिसमें बृजभूषण के विश्वासपात्र संजय सिंह और उनके पैनल ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी. संजय सिंह ‘बबलू' के निर्वाचन के बाद सांसद के खेमे में उल्लास का माहौल था. बृजभूषण शरण सिंह और उनके गोंडा सदर सीट से विधायक पुत्र प्रतीक भूषण शरण सिंह ने अपने समर्थकों के समक्ष स्वयं ‘दबदबा तो था, है और रहेगा' का नारा बुलंद किया था. इतना ही नहीं, ‘दबदबा' को लेकर बैनर और पोस्टर गाड़ियों समेत क्षेत्र में कई स्थान पर लगवाए गए थे.