महाराष्ट्र में सरकार के आश्वासन के बाद किसानों और आदिवासियों ने अपना मार्च फिलहाल रोक दिया है, लेकिन उनके प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को कहा कि अगर उनके मुद्दों के समाधान के लिए सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो वे मुंबई की तरफ कूच करेंगे.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विधायक विनोद निकोल ने कहा, ‘‘हमने मार्च फिलहाल रोक दिया है. हम सरकार से ठोस कदम उठाने की उम्मीद कर रहे हैं. हमारे मुद्दों का समाधान किया जाए, वरना हम मुंबई की ओर कूच करेंगे.''
माकपा नेता एवं पूर्व विधायक जावा गावित इस मार्च की अगुवाई कर रहे हैं. उन्होंने नासिक से अपनी पदयात्रा शुरू की थी. गावित ने कहा कि जब तक सरकार अधिकारियों को आदेश जारी नहीं करती, वे डटे रहेंगे.
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किसानों की मांगों में प्याज उत्पादकों को तत्काल 600 रुपये प्रति कुंतल की वित्तीय राहत देना, लगातार 12 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना और कृषि ऋण माफा करना आदि शामिल हैं. मार्च वर्तमान में मुंबई से करीब 80 किलोमीटर दूर वासिंद में है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ बृहस्पतिवार को किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी. शिंदे ने कहा था कि किसानों के साथ बातचीत सार्थक रही. उन्होंने कहा था कि वह इस मुद्दे पर शुक्रवार को राज्य विधानसभा में बयान देंगे.
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