न्यूयॉर्क के बाद मुंबई में बन रही दुनिया की सबसे लंबी वॉटर टनल, 9.7 KM नेटवर्क का काम हुआ पूरा

मुंबई के लोगों तक पानी पहुंचाने वाले इस टनल के पूरा होने में वक्त है, लेकिन लोग अभी से खुशी जता रहे हैं. प्रोजेक्ट का 75% कम अब तक पूरा हो चुका है. 2026 के आखिर तक प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा. प्रोजेक्ट के शुरू होने से खासकर परेल, वडाला और घाटकोपर के लोगों को राहत होगी.

Advertisement
Read Time: 3 mins
2
मुंबई:

मुंबई में पानी की सप्लाई को मजबूत बनाने के लिए अमर महल से वडाला और आगे परेल तक 9.7 किमी लंबा वॉटर टनल की खुदाई का काम पूरा हो चुका है. 21 जून को 'अमर महल टनल' के दूसरे फेज का 'ब्रेक थ्रू' पूरा हुआ, जिससे वडाला और परेल क्षेत्रों में पर्याप्त और साफ पानी मिल सकेगा. अभी मुंबई के 52% निवासियों को साफ पीने का पानी नही मिलता है. लेकिन अब BMC द्वारा बन रहे अमर जल टनल प्रोजेक्ट से शहर की जल संकट स्थिति में सुधार आने की उम्मीद है.

मुंबई के लोगों तक पानी पहुंचाने वाले इस टनल के पूरा होने में वक्त है, लेकिन लोग अभी से खुशी जता रहे हैं. प्रोजेक्ट का 75% कम अब तक पूरा हो चुका है. 2026 के आखिर तक प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा. प्रोजेक्ट के शुरू होने से खासकर परेल, वडाला और घाटकोपर के लोगों को राहत होगी.

इस टनल का काम पूरा होने के बाद न्यूयॉर्क के बाद मुंबई दूसरा शहर बन गया है, जहां 100 किलोमीटर लंबा वॉटर टनल है. वडाला से परे तक के वॉटर टनल से E नॉर्थ, E साउथ, आंशिक E और L वार्ड में अच्छे प्रेशर से पानी मिलेगा. कोविड के बावजूद प्रोजेक्ट का दूसरा फेज समय पर पूरा हुआ. पहले फेज में हेडगेवार उद्यान से प्रतीक्षा नगर तक 4.3 किलोमीटर का वॉटर टनल की खुदाई का काम 8 अगस्त 2022 को पूरा हुआ था.

टनल पर राजनीतिक खींचतान भी शुरू
टनल पर राजनीतिक खींचतान भी शुरू हो गई है. एक ओर महाविकास आघाड़ी ने इसका क्रेडिट खुद को दिया है. वही, महायुति ने टनल का काम जल्द पूरा करने को अपनी उपलब्धि बताया है. 

महा विकास आघाड़ी की सरकार में धीमी हुई प्रोजेक्ट की रफ्तार
प्रवक्ता (शिवसेना) राजू वाघमारे  कहते हैं, "महा विकास आघाड़ी की सरकार में इस प्रोजेक्ट को धीमी गति पर किया गया. लोगों की जमीन लेकर भी इस प्रोजेक्ट पर ध्यान नहीं दिया जा रहा था. अब महायुति की सरकार में इस टनल को जल्द से जल्द पूरा किया जा रहा है."

कोविड के दौरान भी नहीं रुका काम
प्रवक्ता (UBT शिव सेना) के आनंद दुबे कहते हैं, "कोविड के दौरान भी इस टनल का काम नहीं रुका. महायुति चाहे कितना भी घुमा ले, लेकिन यह टनल बनाने का विचार और दिमाग किसका था, यह जनता भी समझती है. जल सुरंग एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है और महा विकास आघाडी का ड्रीम प्रोजेक्ट है."


बूंद-बूंद को तरस रही दिल्ली, आतिशी बोलीं- हरियाणा ने पानी कम दिया, 28 लाख लोग प्यासे

10 साल से देख रहे हैं तमाशा, आतिशी अगर दिल्ली को पानी नहीं दे सकतीं तो इस्तीफा दें : अलका लांबा

Advertisement
Featured Video Of The Day
Delhi में एक के बाद एक ताबड़तोड़ वारदात, राजधानी में कानून व्यवस्था का कैसे सुधरेगा हाल?
Topics mentioned in this article