पुणे की पूर्व पुलिस कमिश्नर और CID की आयुक्त रश्मि शुक्ला पर अवैध फोन टैपिंग (phone tapping ) के मामलों की जांच पर राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने विधानसभा में अहम खुलासा किया है.गृह मंत्री पाटिल ने बताया कि नेताओं के फोन टैप करने के लिए अवैध तरीके से अनुमति ली गई और छद्म नामों का इस्तेमाल किया गया. पाटिल ने सदन में छद्म नामों का खुलासा करते हुए बताया कि फोन टैपिंग के लिए नाना पटोले के नंबर को अमजद खान नाम दिया गया. विधायक बच्चू कडू का नाम नागपाडा का निजामुदीन शेख, संजय काकडे को पुणे का परवेज़ सुतार और आशीष देशमुख को रघु चोरगे बताया गया. गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने ये भी बताया कि उस दौरान नाना पटोले, संजय काकडे और रघु चोरागे बीजेपी में थे. अपने ही लोगों के फोन टैपिंग की बात समझ से परे है.
नाना पटोले की फोन टैपिंग मामले में पुणे में आईपीएस रश्मि शुक्ला के खिलाफ FIR दर्ज है और मामले की जांच चल रही है. इस बीच गिरीश महाजन के खिलाफ साजिश रचने के स्टिंग वीडियो के आधार पर मामले की जांच सीबीआई को नही दिए जाने के खिलाफ बीजेपी ने कार्यवाही का बहिष्कार किया.
इससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadnavis) से कल मुंबई पुलिस ने दो घंटे तक पूछताछ की थी. फडणवीस ने कहा था कि मुंबई पुलिस ने उनसे ऐसे सवाल पूछे मानो कि उन्हें इस मामले में आरोपी बनाया जाना हो. कथित फोन टैपिंग और गोपनीय दस्तावेजों के लीक होने के मामले में मुंबई पुलिस ने फडणवीस का बयान दर्ज किया है. वहीं महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा था कि फडणवीस को पुलिस का नोटिस उन्हें एक आरोपी के रूप में नहीं दिया गया. उन्होंने स्पष्ट किया सरकार किसी के भी खिलाफ बदले के तहत कार्रवाई नहीं कर रही है. साइबर पुलिस ने पूर्व सीएम के घर पहुंचकर करीब दो घंटे तक पूछताछ की और उनका बयान रिकॉर्ड किया.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि महा विकास अघाडी सरकार अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सकेगी, चाहे वह उन्हें इस मामले में फंसाने की कितनी भी कोशिश क्यों न कर ले.