बच्चों के बीच सुपर मारियो वीडियो गेम खासा पसंद किया जाता है, लेकिन मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में आजकल कांग्रेस और बीजेपी यही गेम खेल रही हैं. मध्यप्रदेश में मामा, यानी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और छत्तीसगढ़ में काका यानी भूपेश बघेल का सुपर मारियो अवतार सामने आया है.
मामा के मारियो अवतार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसान कल्याण, कोरोना को मात, लाडली लक्ष्मी योजना, लाडली बहना योजना, कुपोषण, बेरोजगारी, संबल योजना, मेधावी विद्यार्थी योजना के बूते 2023 को फतह करते हैं. वे रेस में कांग्रेस नेताओं को पछाड़ते हुए दिखते हैं.
हफ्ते भर पहले पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में काका ने भी मारियो अवतार धरा था. वे भी कर्जमाफी, कोरोना को मात, न्याय योजना, कुपोषण, धान खरीदी जैसी योजनाओं को लेकर गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के नारे को बुलंद करते हैं.
दोनों पड़ोसियों के इस खेल को बीजेपी-कांग्रेस शब्दों से बखूबी खेल रही है. मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा- ''मुख्यमंत्री कितने भी मारियो गेम से जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश करें, सारा गेम जनता के हाथ में है. अब परिणाम की तैयारी है. ऐसे में कोई व्यंग्य, गेम, भ्रम कोई काम आने वाला नहीं है. शिवराज सिंह जी सिर्फ कॉपी करते हैं कभी भूपेश बघेल की, कभी योगी आदित्यनाथ की.''
बीजेपी के प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने कहा, ''लोकप्रियता से इस तरह की चीजें सामने आती रहती हैं. अब मारियो अवतार में देख रहे हैं. इससे पहले बुलडोजर मामा के रूप में अलग-अलग वक्त में दिखते हैं. कांग्रेस के नेता कमलनाथ को मारियो भी नहीं बता सकते हैं, उनके पेट में दर्द होता है क्योंकि उनके नेता की इतनी लोकप्रियता नहीं है. निश्चित तौर पर युवा जुड़े हैं, फर्क पड़ता है इससे.''
दोनों राज्यों में यह चुनावी साल है. विपक्ष जहां सरकार की खामियां गिनाकर उसे घेरने में जुटा हुआ है तो वहीं, सरकार अपनी खूबियों को गिनाकर जनता के दिल में अपना स्थान बरकरार रखने की हरसंभव कोशिश में जुटी हुई है.