मरवाही वन मंडल में बीते 1 महीने से घूम रहे हाथियों का उत्पात लगातार जारी है. 5 हाथियों का एक समूह मरवाही वन मंडल के विभिन्न गांवों में रात के समय लोगों के घरों को नुकसान पहुंचा रहा है, लगातार हो रहे हाथियों के हमले से अब तक एक महीने के भीतर दो लोगों की मौत हो चुकी है जबकि एक गंभीर रूप से घायल है. वहीं वन विभाग इस पूरे मामले पर हाथियों की निगरानी की बात तो कह रहा है लेकिन फिलहाल उनके पास कोई स्थाई हल नहीं है.
दरअसल, मरवाही वन क्षेत्र में घूम रहे हाथियों ने कई घरों में तोड़फोड़ कर उन्हें नुकसान पहुंचाया है. हाथियों द्वारा मकान तोड़कर मकान के अंदर भंडारीत किए गए महुआ, धान एवं अन्य खाद्य सामग्रियों को भी ये हाथी चट कर चुके हैं. वहीं, मानसून आने के साथ-साथ किसान खेती-किसानी का काम शुरू करना चाहते हैं जिसके लिए खेत तैयार किए जा रहे हैं, धान बीज की व्यवस्था की जा रही है, ऐसे में हाथियों की आमद से किसान काफी परेशान हैं. वहीं, 5 दंतैल हाथियों द्वारा रिहायशी इलाकों में रात में की जा रही तोड़फोड़ से लोग दहशत में है, जिसके चलते जनजीवन प्रभावित हो रहा है. ऐसे में हाथियों के आतंक से छुटकारा दिलाने के लिए वन विभाग लगातार हाथियों की निगरानी में लगा हुआ है.
मामले में मरवाही वन मंडल के उप वन मंडल अधिकारी नवीन निराला मरवाही का कहना है कि “जिन मकानों को नुकसान पहुंचा है उनका भी सर्वेक्षण किया जा रहा है जिसके बाद राहत राशि जारी की जाएगी. वन विभाग ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की सलाह दे रहा है.” वन विभाग का कहना है कि इस बार पहुंचे पांचों हाथी दंतैल हैं जिसकी वजह से काफी परेशानी हो रही है. वहीं, शासन-प्रशासन की ओर से हाथियों के लिए जो तालाब बनाए गए हैं, हाथी उनका उपयोग कर रहे हैं, लेकिन वन विभाग के पास हाथियों से हो रही क्षति एवं उनकी रोकथाम के लिए कोई स्थाई हल नहीं है.