Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमितों की तादाद दोगुनी हो गई है जिसमें 55 फीसदी से ज्यादा 'हिस्सेदारी' अकेले प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर की है. कोरोना नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ राज्य सरकार सख्ती बरतने की बात कह रही है. मास्क नहीं लगाने पर लोगों से जुर्माना भी वसूला जा रहा है लेकिन रसूखदार इससे बच जाते हैं. भोपाल कलेक्टर और एडिशनल एसपी बुधवार रात न्यू मार्केट पहुंचे और लोगों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा. यही पनहीं, इस दौरान बिना मास्क घूम रहे 648 लोगों से 69,620 रु. की राशि जुर्माने के तौर पर भी वसूली गई लेकिन बीजेपी के पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह और उनके 'साथी' ये कहकर बच निकले कि वो कुछ खा रहे थे.
अगले दिन यानी आज ये हमें सिनेमा हॉल में मिले और यहां भी उनके समर्थक बगैर मास्क के नारेबाजी कर रहे थे. सुरेंद्र नाथ सिंह ने कहा, 'मैं शकरकंद खा रहा था इसलिये मास्क नहीं लगाया था.' कांग्रेस का आरोप है कि संक्रमण काल में भी रसूखदार छूट जाते हैं.
बता दें, पिछले 24 घंटों में मध्यप्रदेश में कोरोना के 1033 नए मामले आए हैं. राज्य में इस समय कुल 2475 सक्रिय मामले हैं जबकि संक्रमण दर 1.47 प्रतिशत है. महीनेभर में संक्रमण 7 से 33 ज़िलों में फैल चुका है लेकिन सैंपल औसतन 50 हजार से 55 हजार ही लिये जा रहे हैं. हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कह चुके हैं कि रोज़ाना कम से कम 60,000 सैंपल लिए जाने चाहिए. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि राज्य में लॉकडाउन का प्रस्ताव तो नहीं है लेकिन बगैर मास्क घूमने वालों के लिये खुली जेल का प्रस्ताव है, वो बिना मास्क 'कोरोना बम' बनकर ना घूमें, लेकिन अपनी पार्टी के मानव बमों का सरकार क्या करना चाहती है ये समझना थोड़ा मुश्किल है.