जिले में बोरवेल में गिरने से हुई सात साल के बच्चे की मौत के मामले में पुलिस ने खेत में बना बोरवेल खुला छोड़ने के आरोप में खेत मालिकों सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. एक अधिकारी ने गुरुवार को ये जानकारी दी. बोरवेल में गिरे लोकेश अहिरवार (सात) को 24 घंटे लंबे अभियान के बाद बुधवार को बाहर निकाला गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर यादव ने बताया, ‘‘ग्राम खेरखेड़ी पठार स्थित इस खेत के कब्जेदार रमको बाई और नीरज अहिरवार ने लापरवाही और उपेक्षापूर्ण तरीके से बोरवेल के गड्ढे को खुला छोड़ दिया. इस खेत में बंटाई पर फसल उगाने वाले दो मजदूर कोलीदार रामस्वरूप एवं रघुवीर अहिरवार ने भी खुले हुए बोरवेल के गड्ढे के प्रति लापरवाही बरती. इसलिए इन चारों के खिलाफ आनंदपुर पुलिस थाने ने भारतीय दंड संहिता की धारा 304 ए एवं 34 में मामला दर्ज किया है.''
प्रदेश के विदिशा जिला मुख्यालय से लगभग 100 किलोमीटर दूर लटेरी तहसील के खेरखेड़ी पठार गांव में लोकेश अहिरवार नाम का यह बच्चा दोस्तों के साथ खेलते समय मंगलवार पूर्वाह्न करीब 11 बजे खेत में बने 60 फुट गहरे बोरवेल में गिर गया था. वह बोरवेल में 43 फीट की गहराई पर फंसा हुआ था.
अधिकारी के अनुसार, बच्चे को बाहर निकालने के लिए जेसीबी मशीन की मदद से बोरवेल के बगल में एक अन्य समानांतर गड्ढा खोदा गया और उसे वहां से बुधवार को बाहर निकाला गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.
यह भी पढ़ें -
-- NDTV Exclusive : शॉटगन शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा-"...मुझे नहीं लगता है कि सदन चल पाएगा"
-- VIDEO: जहां हुआ ऋषभ पंत का एक्सीडेंट, वहां फिर डिवाइडर तोड़ हवा में उछलकर पलटी कार