कटनी जिले की ऐतिहासिक और पुरातात्विक धरोहर झिंझरी स्थित चितरंजन शैल वन का आज प्रशासन ने अनाथ बच्चों को भ्रमण कराया. कोविड और अलग-अलग समय पर इन बच्चों ने अपने अभिभावकों को खो दिया था. ऐसे ही करीब 2 दर्जन से अधिक बच्चों ने आज कटनी जिले के ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व के शैल चित्रों का भ्रमण किया. कलेक्टर अवि प्रसाद भी बच्चों के साथ झिंझरी स्थित चितरंजन शैल वन क्षेत्र पहुंचे. चितरंजन पार्क में हरे भरे पेड़ों और झाड़ियों के बीच चट्टानों और गुफाओं में हजारों वर्ष पूर्व मानव द्वारा बनाए गए शैल चित्रों को देखकर बच्चे अचरज से भर गए.
वन विभाग के गाइड द्वारा बच्चों को शैल चित्र से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई, जिससे बच्चों का ज्ञानवर्धन भी हुआ. साथ ही गाइड ने शैल चित्रों से संबंधित चितरंजन शैल वन संरक्षित और स्थापित किए जाने के संबंध में जानकारी दी.
बच्चों के बीच उपस्थित और संसारपुर से भ्रमण में आई अंकिता यादव ने भी ऐतिहासिक शैल चित्रों को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की.
उल्लेखनीय है कि पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन, कोविड-19 बाल सेवा योजना और मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के बाल हितग्राहियों को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले के पर्यटन स्थल का भ्रमण कराया जा रहा है. इसी की शुरुआत आज चितरंजन शैल वन भ्रमण के साथ हुई, जिसमें बच्चों के साथ स्वयं कलेक्टर अवि प्रसाद, महिला एवं बाल विकास अधिकारी नयन सिंह सहित वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी और इन बच्चों के संरक्षक मौजूद रहे.
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