छ्त्तीसगढ़ के अधिकारियों पर ED का इतना ख़ौफ़ है कि ठग खुद को ED का अधिकारी बताकर फ़ोन करके वसूली कर रहे हैं. इस बात का खुलासा रायपुर पुलिस की कार्रवाई से हुआ है. पुलिस के मुताबिक ठगों ने खुद को ED अधिकारी बताकर फोन कर अंग्रेजी में छत्तीसगढ़ के अफसरों को ऐसा धमकाया कि वे लाखों रुपये बैग में भरकर अफसर खुद ठगों को दे आए. अफसरो की शिकायत पर पुलिस ने महाराष्ट्र से दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस की गिरफ्त में आये बदमाश में 54 साल का अश्वनी भाटिया और 24 साल का निशांत इंगड़े शामिल है. दोनों अमरावती महाराष्ट्र के रहने वाले हैं. पुलिस का कहना है इन बदमाशों ने अब तक छत्तीसगढ़ के चार बड़े अधिकारियों को धमकाकर लाखों की वसूली की है. मध्यप्रदेश के भी एक अधिकारी को धमकाकर उगाही कर चुके हैं. आरोपियों ने बताया कि बिहार, झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली जैसे राज्यों के अलग अलग अधिकारियों को शिकार बना चुके है
पर्यावरण संरक्षण मंडल के नवा रायपुर कार्यालय में पदस्थ दो अधिकारियों ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि 18 मार्च के दिन एक कॉल आई. फोन करने वाले ने खुद को ऐश्वर्य क्षेत्री बताया. कहा- मैं ED अधिकारी हूं, आपके खिलाफ ED, ईओडब्ल्यू में आय से अधिक संपत्ति की शिकायत है. जिसकी जांच मैं कर रहा हूं. अगर कार्रवाई से बचना है तो मुझे 10 लाख देने होंगे. दोनों अधिकारी घबरा गए और 10 लाख रुपए लेकर बदमाशों को अमरावती जाकर दे आए.
फिर कुछ महीनों तक अधिकारी शांत रहे. मगर इस बात का पता लगाते रहे कि आखिर उनके खिलाफ शिकायत में किस तरह के तथ्य थे. अधिकारियों को यह बात पता चलने लगी कि उनके खिलाफ कोई शिकायत ही नहीं थी, इसके बाद उन्होंने पुलिस के पास जाकर ठगी की जानकारी दी. इसी तरह आबकारी विभाग के अधिकारी को फोन करके बदमाशों ने ठीक उसी तरह खुद को ईडी का अधिकारी बताया और रुपए की मांग करने लगे. आबकारी विभाग के अधिकारी जाल में नहीं फंसे. मामले की शिकायत पुलिस के पास पहुंची तो एक स्पेशल टीम तैयार की गई. जिस नंबर से कॉल आया था उसको ट्रेस किया गया.
महाराष्ट्र की लोकेशन मिलने पर टीम रवाना हुई . वहां पहुंचकर आरोपी अश्वनी भाटिया और निशांत इंगड़े को हिरासत में लिया गया. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल किया है.हालांकि पुलिस ने शिकायत करता अधिकारियों की पहचान जाहिर नहीं की है.
ये भी पढ़ें-