पुणे पुलिस ने स्वारगेट बस अड्डा पर राज्य परिवहन की एक बस के अंदर 26 वर्षीय महिला से रेप करने के आरोपी कुख्यात बदमाश की गिरफ्तारी में मदद के लिए सूचना देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे (37) की तलाश में पुलिस की 13 टीम जुटी हुई है. वह मंगलवार की सुबह हुई घटना के बाद से फरार है.
आरोपी पर पुलिस ने रखा 1 लाख का इनाम
पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि उसके बारे में सूचना देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा. एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि गाडे के बारे में सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा. गाडे के खिलाफ पुणे और पास के अहिल्यानगर जिले में चोरी, डकैती और चेन झपटमारी के आधा दर्जन मामले दर्ज हैं और वह इनमें से एक अपराध में 2019 से जमानत पर बाहर है. पुणे शहर में स्वारगेट महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के सबसे बड़े बस डिपो में से एक है.
पीड़िता ने पुलिस को क्या कुछ बताया
पीड़िता के अनुसार, जब वह मंगलवार सुबह करीब पांच बजकर 45 मिनट पर एक प्लेटफॉर्म पर सतारा जिले के फलटण के लिए बस का इंतजार कर रही थी, तभी एक व्यक्ति उसके पास आया और उसे ‘दीदी' कहकर संबोधित किया. पीड़िता ने बताया कि व्यक्ति ने उसे बातचीत में उलझा लिया और कहा कि सतारा के लिए बस दूसरे प्लेटफॉर्म पर आ गई है. वह उसे स्टेशन परिसर में ही खड़ी खाली ‘शिव शाही' एसी बस में ले गया. बस के अंदर लाइट नहीं जली थीं, इसलिए महिला पहले तो बस में चढ़ने से हिचकिचाई, लेकिन व्यक्ति ने उसे यकीन दिलाया कि यही सही वाहन है. महिला ने पुलिस को बताया कि इसके बाद वह उसके पीछे पीछे बस के अंदर गया और रेप कर वहां से भाग गया.
आरोपी की तलाश में जुटी 13 टीमें
रामदास गाडे अब 48 घंटे से अधिक समय से फरार है. पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की आठ टीमों सहित 13 विशेष टीमें गठित की हैं और तलाशी अभियान जारी है. आरोपी की तलाश में उसके भाई और परिचित सहयोगियों सहित परिवार के सदस्यों से बात की है. पुणे के डीसीपी (जोन II) स्मार्टाना पाटिल ने कहा कि गाडे को पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर टीमें भेजी गई हैं, उन्होंने कहा कि पहचान में देरी हुई क्योंकि उसने चेहरे पर मास्क पहना था.
विपक्ष के निशाने पर महाराष्ट्र सरकार
पुणे के मध्य में हुई इस चौंकाने वाली घटना से हंगामा मच गया और विपक्ष ने महिला सुरक्षा को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की. वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने भी इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है. आयोग की अध्यक्ष विजया राहटकर ने महाराष्ट्र पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है. आयोग की अध्यक्ष ने यह सुनिश्चित करने को कहा है कि मामले की जांच निष्पक्ष और समयबद्ध तरीके से हो, किसी भी तरह की देरी या लापरवाही से बचा जा सके. इसके साथ ही, पीड़िता को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है, जिसमें चिकित्सा सहायता, मानसिक परामर्श और उसकी सुरक्षा के लिए जरूरी कदम शामिल हैं.
(भाषा इनपुट्स के साथ)