महाराष्ट्र के सांगली जिले में एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, यहां एक ही परिवार के 9 लोगों की संदिग्ध हालत में मौत की खबर है. सभी के शव उनके घर में ही मिले हैं. मामले की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर चुकी है. अभी तक की जांच में पता चला है कि परिवार ने कई लोगों से पैसे उधार लिए थे. पुलिस ने मृतकों की पहचान पोपट वनमोर(56), डॉ. माणिक वनमोर, उनकी मां, दोनों पत्नियां और चार बच्चे शामिल हैं. पुलिस को शुरुआती जांच में ये मामला आत्महत्या का लग रहा है. सभी को शवों को कब्जे में लेकर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मौत के असली कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही चलेगा.
कोल्हापुर क्षेत्र के महानिरीक्षक मनोज कुमार लोहिया ने बताया कि पोपट वनमोर एक शिक्षक थे, जबकि माणिक वनमोर एक पशु चिकित्सक के रूप मे काम करते थे. उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच से लग रहा है कि दोनों भाई के परिवार के सदस्यों ने आत्महत्या की है. हमें अभी तक की जांच में इतना पता चला है कि दोनों ही भाई ने अलग-अलग लोगों से पैसे उधार लिए थे. सभी शव दो अलग-अलग घर से मिले हैं. दोनों घरों की दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर की है.
उन्होंने कहा कि माणिक वानमोर के घर में छह शव पाए गए जो उनका अपना, उनकी पत्नी, मां, बेटी, बेटे और भतीजे (पोपट वानमोर के बेटे) के थे, जबकि पोपट वानमोर, उनकी पत्नी और बेटी के शव दूसरे घर से मिले हैं. लोहिया ने कहा कि पुलिस को दोनों जगहों से सुसाइड नोट बरामद हुए हैं और वह उनका विश्लेषण कर रहे हैं. सुसाइड नोट के आधार पर कहा जा सकता है कि उन्होंने बहुत अधिक कर्ज़ लिया हुआ था. हालांकि, हम सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रहे हैं. पोपट वनमोर की मृतक बेटी एक बैंक में काम करती थी.