Heavy rain in Maharashtra: महानगर मुंबई सहित महाराष्ट्र के ज्यादातर हिस्सों में बारिश का कहर जारी है. मुंबई से सटे वसई में पहाड़ पर हुए भूस्खलन से 2 लोगों की मौत हो गई. इस मानसून में राज्य में अब तक 89 लोगों की मौत हो चुकी है. लगातार हो रही बारिश से छोटी नदियां और नाले भरकर खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं. इसके परिणामस्वरूप कई गांवों का आपसी संपर्क टूट गया है. गोंदिया में तो एक सड़क ही पानी के साथ बह गई. मौसम विभाग का आगे का अनुमान भी चिंता बढ़ाने वाला है. विभाग ने अगले 48 घंटे तक भारी बारिश की चेतवानी दी है.
महाराष्ट्र के कई जिलों में लगातार हो रही बारिश से कई नदियां और नाले उफान पर हैं. दो दिन से जारी लगातार बारिश से गोंदिया में तिरोड़ा मार्ग पर तो एक सड़क ही बह गई, इसके कारण एकोड़ी गांव के पास बन रहे निर्माणाधीन पुल के समीप दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई. रायगढ़ जिले के पाली में तुकसई गांव की तरफ जाने वाली सड़क पानी में डूब गई है. भारी बारिश से अंबा नदी का पानी, पुल के ऊपर से बह रहा है और यहां यातायात बंद करना पड़ा है.उधर, नाशिक में त्रंबकेश्वर के पास पहिने गांव में जान जोखिम में डालकर कई लोग पानी में डूब चुके पुल पर से आवाजाही कर रहे हैं जिसके हादसे का खतरा बना हुआ है.
पालघर जिले के वसई में पहाड़ी पर भूस्खलन से पूरा मलबा नीचे मकान पर जा गिरा. हादसे के बाद मकान में मौजूद चार लोगों में से दो को तो जिंदा निकाल लिया गया लेकिन दो की मौत हो गई. महानगर मुंबई में भी मुंबई में भी दिनभर रुक-रुककर बारिश होती रही. इससे जनजीवन पर तो ज्यादा असर नही पड़ा लेकिन निचले इलाकों में पानी भर गया. लेकिन निचले इलाकों में रह रह कर पानी जमा होता रहा. मुंबई और महाराष्ट्र में भारी बारिश से हो रही तबाही में मरने वालों की संख्या 89 तक पहुंच गई है. अब तक 68 लोग जख्मी हुए हैं. 7996 लोगों को अभी तक सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. हालांकि ग्रामीण इलाकों में आफत बनी बारिश मुंबईकरों के लिए राहत बनकर आई है क्योंकि महानगर को पानी की आपूर्ति करने वाली सात झीलें 56 फ़ीसदी भर चुकी हैं.
नागपुर में भारी बारिश से पिछले 24 घंटे में 10 लोगों की मौत
एक जून से 13 जुलाई तक बारिश के कारण हुई विभिन्न घटनाओं में 20 लोगों की मौत हो गई है और 19 लोग घायल हुये हैं. वहीं 88 जानवर भी मारे गए और 293 घर क्षतिग्रस्त हुए है. मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों में भारी बारिश की चेतावनी दी है. नागपुर जिला कलक्टर ने सर्वे के आदेश दिए हैं. नागरिकों को निर्देश दिया गया है कि यदि आवश्यक हो तो बाढ़ प्रभावित गांवों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं. जिला प्रशासन ने हर तालुका में सर्पदंश की रोकथाम के उपाय किए हैं.
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