Parenting Tips: छोटे बच्चों को बोतल से दूध पिलाना आम बात है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लंबे समय तक बोतल से दूध पिलाना बच्चे की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है? आइए एक्सपर्ट से जानते हैं किस तरह बोतल बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती है, साथ ही जानेंगे किस उम्र के बाद बोतल से दूध देना पूरी तरह बंद कर देना चाहिए.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इसे लेकर पीडियाट्रिशियन निमिशा अरोड़ा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डॉक्टर बताती हैं, दूध में प्राकृतिक रूप से शुगर यानी लैक्टोज मौजूद होता है. जब हम उसमें ऊपर से और चीनी डालते हैं और बोतल से बच्चे को पिलाते हैं, तो यह शुगर उनके दांतों पर चिपक जाती है. इससे बैक्टीरिया पनपते हैं, जिससे बच्चे के दांत खराब हो सकते हैं. कई बच्चों के दांतों की सड़न इतनी बढ़ जाती है कि उन्हें रूट कैनाल जैसे डेंटल ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है.
किस उम्र में बंद कर देनी चाहिए बोतल?इस सवाल का जवाब देते हुए पीडियाट्रिशियन कहती हैं, अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) की रिपोर्ट के मुताबिक, 12 से 18 महीने की उम्र तक बोतल से दूध पिलाना पूरी तरह बंद कर देना चाहिए. लंबे समय तक बोतल का इस्तेमाल करने से बच्चे में डेंटल केरिज (दांतों में कीड़े लगना), जबड़े के विकास में रुकावट और ओरल हेल्थ से जुड़ी अन्य समस्याएं हो सकती हैं.
इसके अलावा, बोतल से दूध पीने वाले बच्चे अक्सर ज्यादा दूध पी जाते हैं. इससे उनके पेट में ठोस आहार के लिए जगह कम हो जाती है और शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता. इस कंडीशन में खासतौर पर आयरन की कमी (एनिमिया) का खतरा बढ़ जाता है. यही कारण है कि समय पर बोतल छुड़ाना जरूरी है.
कैसे छुड़ाएं बोतल?इसके लिए डॉक्टर सलाह देती हैं कि बच्चे को 6 महीने के बाद धीरे-धीरे ओपन कप (कांच या प्लास्टिक का छोटा कप) से दूध पिलाने की आदत डालें. इससे बच्चे के मुंह और जबड़े का विकास सही तरीके से होता है. 12 से 18 महीने के बाद बच्चे को बोतल से दूध बिल्कुल न दें. खासकर रात के समय बोतल से दूध पिलाने की आदत को तुरंत छोड़ दें, क्योंकि इससे दांतों में शुगर जमा होकर बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं.
पीडियाट्रिशियन के मुताबिक, सही समय पर बोतल छुड़ाने से बच्चे की दांतों की सेहत बेहतर रहती है और वह खाने-पीने की अच्छी आदतें भी सीखता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.