बच्चों की छाती में जमा कफ कैसे निकाले? डॉक्टर ने खुद बताया खांसी का सबसे असरदार घरेलू नुस्खा

Cough remedies for babies: दवाओं से अलग आप कुछ आसान नुस्खे अपनाकर भी बच्चे को खांसी से राहत दे सकते हैं. मशहूर पीडियाट्रिशियन संदीप गुप्ता ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक ऐसा ही असरदार नुस्खा बताया है. आइए जानते हैं इसके बारे में-

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
बच्चों की खांसी में असरदार है ये नुस्खा

What is the fastest way to cure a cough: छोटे बच्चों को खांसी होना एक आम समस्या है. हालांकि, कई बार ये परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है, छाती में जमा कफ और खांसी के कारण बच्चा ठीक से सो तक नहीं पाता है. ऐसे में माता-पिता की चिंता भी बढ़ जाती है. हालांकि, राहत की बात यह है कि दवाओं से अलग आप कुछ आसान नुस्खे अपनाकर भी बच्चे को राहत दे सकते हैं. मशहूर पीडियाट्रिशियन संदीप गुप्ता ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक ऐसा ही असरदार नुस्खा बताया है. आइए जानते हैं इसके बारे में- 

छोटे बच्चों को एक दिन में कितना पानी पिलाएं? डॉक्टर से जानें उम्र के हिसाब से कितना पानी पीना चाहिए

क्या कहते हैं बच्चों के डॉक्टर?

अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किए गए वीडियो में पीडियाट्रिशियन बताते हैं, कुछ घरेलू नुस्खे बच्चों को खांसी से राहत दिला सकते हैं. ऐसा ही नुस्खा है, अदरक और तुलसी का अर्क देना. 

डॉक्टर गुप्ता के अनुसार, अगर बच्चे को खांसी है, तो एक छोटा टुकड़ा अदरक और कुछ तुलसी के पत्ते लें. दोनों को एक साथ पीसकर इनका अर्क (रस) निकाल लें. अब इस अर्क में एक चम्मच शहद मिलाएं. यह मिश्रण बच्चे को दिन में दो बार देने से खांसी में तेजी से आराम मिल सकता है.

कैसे फायदा पहुंचाते हैं अदरक, तुलसी और शहद?
  • डॉक्टर बताते हैं, अदरक में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले की सूजन और जलन को कम करते हैं, साथ ही इंफेक्शन से लड़ते हैं.
  • तुलसी बलगम को ढीला करने और शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है.  
  • वहीं, शहद इसमें एक प्राकृतिक मीठा तत्व जोड़ देता है, जो गले को कोट करता है और खासकर रात में आने वाली खांसी को कम करता है.  

किन बातों का ध्यान रखें?
  
पीडियाट्रिशियन कहते हैं, अदरक, तुलसी और शहद का यह घरेलू उपाय बच्चों की खांसी में तुरंत राहत दे सकता है. हालांकि, यह नुस्खा केवल 1 साल से बड़े बच्चों के लिए ही है. एक साल से छोटे बच्चे को कभी भी शहद नहीं देना चाहिए, क्योंकि इससे बोटुलिज्म का खतरा रहता है. इसके अलावा, अगर बच्चे को खांसी के साथ बुखार, सांस लेने में तकलीफ या सीने में घरघराहट जैसी समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Advertisement

Featured Video Of The Day
जिस Shaniwar Wada में नमाज पर विवाद... उसकी सत्य कथा | Maharashtra | Khabron Ki Khabar | Namaz
Topics mentioned in this article