
Breast Abscess: मां बनना एक महिला के जीवन का महत्वपूर्ण अनुभव होता है. बच्चे के जन्म के बाद अधिकतर मां अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग कराती हैं. यह बच्चे के सेहत के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. हालांकि कुछ न्यूली मॉम के लिए ब्रेस्ट फीडिंग का अनुभव इससे जुड़ी कुछ समस्याओं के कारण उतना अच्छा नहीं होता है. ब्रेस्ट फीडिंग से जुड़ी समस्याओं (Breastfeeding Se Judi Pareshniya) में ब्रेस्ट एब्सेस (Breast Abscess Kya Hota Hai) की समस्या शामिल है. इसमें ब्रेस्ट में दूध के जमा होने के कारण गांठ पड़ जाती है और ये काफी पेनफुल होता है. इसके अलावा ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान रैशेज और दर्द देने वाले फटे निपल्स जैसी परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं क्या है ब्रेस्ट एब्सेस और इस परेशानी के होने पर क्या करना चाहिए (Breast Abscess Hone Par Kya Kare).
दूध पीते हुए मुंह बनाता है बच्चा? डॉक्टर ने बताया कैसे दूर होगी कैल्शियम की कमी
क्या है ब्रेस्ट एब्सेस (What is breast abscess)
ब्रेस्ट एब्सेस ब्रेस्ट में बनने वाली एक तरह की गांठ है. आमतौर पर इसका कारण इंफेक्शन होता है. बच्चे के ठीक से दूध नहीं पीने के कारण दूध जमा होने लगता है और किसी कारण से इंफेक्शन होने पर गांठ के रूप में बदल जाता है. इसके कारण तेज दर्द हो सकता है. इसके लक्षणों में ब्रेस्ट पर लाल रंग की सूजन नजर आना शामिल है. सूजन में पस भी हो सकता है.

ब्रेस्ट फीडिंग से जुड़ी समस्याएं (Breastfeeding problems)
निप्पल में दर्द (Nipple Pain)
ठीक से ब्रेस्ट फीडिंग नहीं करवाने पर निप्पल में दर्द की परेशानी हो सकती है. शुरुआती समय में मां को बच्चे को ठीक से दूध पिलाने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे समय में घर की महिलाओं या नर्स से सलाह लेनी चाहिए.
रैशेज (Rashes)
ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान ब्रेस्ट पर चकत्ते पड़ना आम है. यह एलर्जी के कारण हो सकता है. इसके अलावा निप्पल के आसपास की संवेदनशील स्किन में सूजन हो सकती है. कभी कभी दूध की नमी या टाइट फिटिंग वाली ब्रा भी इस दाने का कारण हो सकती है.
डक्ट का बंद होना और मास्टिटिस (Blocked ducts and mastitis)
गलत ढंग से ब्रेस्ट फीडिंग के कारण डक्ट (ब्रेस्ट में दूध की नली) ब्लॉक हो सकती है. मिल्क डक्ट के संकरे होने पर निपल टेंडर हो जाते हैं और ब्रेस्ट में इन्फेक्शन हो जाता है. इसके कारण ब्रेस्ट पर रेडनेस, सूजन और फ्लू जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं. यह दूध न पिलाने, अपर्याप्त दूध पिलाने और फीडिंग करते समय ब्रेस्ट पर ध्यान नहीं देने के कारण भी हो सकता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं