रात को सोने से पहले नाभि में घी लगाने से क्या होता है?

Benefits of Applying Ghee on Belly Button: आइए एक्सपर्ट से जानते हैं रोज रात को सोने से पहले नाभि में घी लगाने से क्या होता है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
नाभि में घी डालने के फायदे

Benefits of Applying Ghee on Belly Button: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम सब अपनी सेहत को बेहतर बनाने के लिए आसान और प्राकृतिक उपाय की तलाश में रहते हैं. ऐसा ही एक पुराना, लेकिन प्रभावी उपाय है रात को सोने से पहले नाभि में घी लगाना. आयुर्वेद और योगिक परंपराओं में इसे नाभि अभ्यंग कहा जाता है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं रोज रात को सोने से पहले नाभि में घी लगाने से क्या होता है.

क्या रोटी को दोबारा गर्म कर खाना चाहिए? आयुर्वेदिक डॉक्टर से जान लें दोबारा हीट करने पर क्या होता है

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

इसे लेकर NDTV संग हुई बातचीत के दौरान ग्लोबल योगा एजुकेटर, लेखक और अखंड योग इंस्टीट्यूट के संस्थापक डॉ. योगऋषि विश्वकेतु ने बताया, नाभि में घी लगाना अपनी सेहत का ख्याल रखने का सबसे आसान तरीका हो सकता है. ये- 

पाचन शक्ति को सुधारता है

आयुर्वेद के अनुसार, नाभि हमारे शरीर के कई ऊर्जा मार्गों (नाड़ियों) का केंद्र है. नाभि पर घी लगाने से पाचन अग्नि को संतुलित करने में मदद मिलती है. इससे गैस, कब्ज और पेट फूलने जैसी समस्याओं में आराम मिल सकता है. 

शरीर को अंदर से पोषण देता है

डॉ. योगऋषि बताते हैं, नाभि में बहुत सारी नसें और कैपिलरीज होती हैं. वहीं, घी में प्राकृतिक पोषण और नमी देने वाले गुण होते हैं. ऐसे में नाभि में घी लगाने से शरीर को अंदर से पोषण मिलता है. खासकर इससे आपकी त्वचा और होंठ मुलायम रहते हैं.

नर्वस सिस्टम के लिए अच्छा

इन सब से अलग घी में पाए जाने वाला ब्यूट्रिक एसिड पाचन तंत्र और तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) को सपोर्ट करता है. सोने से पहले नाभि पर घी की हल्की मालिश करने से मन को शांति मिलती है, तनाव कम होता है और नींद अच्छी आती है. आयुर्वेद के अनुसार, यह वात दोष को संतुलित करता है, जो बेचैनी और चिंता का कारण बनता है.

Advertisement
कैसे लगाएं नाभि में घी?
  • इसके लिए डॉ. योगऋषि सबसे पहले शुद्ध देसी घी को हल्का गुनगुना करने की सलाह देते हैं. 
  • इसके बाद नाभि पर 2-3 बूंदें डालें और हल्के हाथों से गोलाई में मसाज करें.
  • योगा एजुकेटर के मुताबिक, यह छोटा-सा कदम आपको शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से राहत दे सकता है. आयुर्वेद की यह प्राचीन परंपरा आधुनिक जीवन में भी बेहद उपयोगी है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
 

Featured Video Of The Day
Lalan Singh ने विवादित Video Viral होने के बाद दिया पहला बयान, RJD पर आरोप | Bihar Elections
Topics mentioned in this article