नई दिल्ली:
गर्मियों की चिलचिलाती धूप का असर न केवल त्वचा पर बल्कि बच्चों के बालों पर भी पड़ता है. ऐसे में गर्मी की छुट्टियों में माता-पिता के लिए अपने बच्चों के बालों की देखभाल करना जरूरी है. गर्मी के महीनों में किसी भी प्रकार के इन्फेक्शन से बचने के लिए बालों को साफ रखना चाहिए. बच्चों को सोने जाने से पहले उनके बालों को बांधकर चोटी बना दें. जॉनसन एंड जॉनसन इंडिया के वरिष्ठ निदेशक (अनुसंधान एवं विकास) राम शुक्ला और त्वचा विशेषज्ञ इंदु खोसला ने इस संबंध में माता-पिता को कुछ सुझाव दिए हैं:
* 3 साल से 10 साल और वयस्कों के बालों को बीच के अंतर को समझें और इसी के अनुसार सही उत्पाद का इस्तेमाल करें.
बच्चों के शैम्पू में पीएच की मात्रा 5.5-6 के बीच होनी चाहिए क्योंकि 5.5 से ज्यादा का पीएच का शैम्पू स्कैल्प के ऊपरी सतह को नुकसान पहुंचा सकता है और बाल टूटने लगते हैं.
* बच्चों के सोने जाने से पहले उनके बालों को बांधे और चोटी बना दें. रात में बालों में कोई क्लिप नहीं लगाएं क्योंकि बाल उलझ सकते हैं और टूट सकते हैं.
* बच्चों के बालों को सौम्य शैम्पू से धुलें, जो उनके बालों को अच्छी तरह से साफ करें और उनके स्कैल्प को स्वस्थ रखें.
* बच्चों का छायादार जगह में खेलना सुनिश्चित करें और अगर वे बाहर जा रहे हों तो उन्हें कैप पहनाकर या सिर ढककर बाहर भेजें.
* आमतौर पर अधिकतर माताओं को यह चिंता होती है कि शैम्पू कहीं उनके बच्चे की आंखों को नुकसान नहीं पहुंचा दें और आंखों में जलन न होने लगे, इसलिए सौम्य शैम्पू का इस्तेमाल ही करें, जो उनके आंखों को भी सुरक्षित रखे.
* प्राकृतिक सत्वों और मॉइश्चराइजर युक्त उत्पाद का इस्तेमाल करें, जिससे बालों पोषण मिलने के साथ ही कंघी करने में भी आसानी रहे.
* बच्चों के खान-पान पर भी ध्यान दें. उनके आहार में फल, पानी और तरल पदार्थो की मात्रा बढ़ाएं.
उन्हें प्रोटीन व विटामिन से भरपूर आहार का सेवन कराएं. बड़े बच्चों को सूखे मेवे जैसे अखरोट और बादाम बेहद पसंद होते हैं, जो उनके बालों की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं.
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से इनपुट
* 3 साल से 10 साल और वयस्कों के बालों को बीच के अंतर को समझें और इसी के अनुसार सही उत्पाद का इस्तेमाल करें.
बच्चों के शैम्पू में पीएच की मात्रा 5.5-6 के बीच होनी चाहिए क्योंकि 5.5 से ज्यादा का पीएच का शैम्पू स्कैल्प के ऊपरी सतह को नुकसान पहुंचा सकता है और बाल टूटने लगते हैं.
* बच्चों के सोने जाने से पहले उनके बालों को बांधे और चोटी बना दें. रात में बालों में कोई क्लिप नहीं लगाएं क्योंकि बाल उलझ सकते हैं और टूट सकते हैं.
* बच्चों के बालों को सौम्य शैम्पू से धुलें, जो उनके बालों को अच्छी तरह से साफ करें और उनके स्कैल्प को स्वस्थ रखें.
* बच्चों का छायादार जगह में खेलना सुनिश्चित करें और अगर वे बाहर जा रहे हों तो उन्हें कैप पहनाकर या सिर ढककर बाहर भेजें.
* आमतौर पर अधिकतर माताओं को यह चिंता होती है कि शैम्पू कहीं उनके बच्चे की आंखों को नुकसान नहीं पहुंचा दें और आंखों में जलन न होने लगे, इसलिए सौम्य शैम्पू का इस्तेमाल ही करें, जो उनके आंखों को भी सुरक्षित रखे.
* प्राकृतिक सत्वों और मॉइश्चराइजर युक्त उत्पाद का इस्तेमाल करें, जिससे बालों पोषण मिलने के साथ ही कंघी करने में भी आसानी रहे.
* बच्चों के खान-पान पर भी ध्यान दें. उनके आहार में फल, पानी और तरल पदार्थो की मात्रा बढ़ाएं.
उन्हें प्रोटीन व विटामिन से भरपूर आहार का सेवन कराएं. बड़े बच्चों को सूखे मेवे जैसे अखरोट और बादाम बेहद पसंद होते हैं, जो उनके बालों की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं.
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से इनपुट
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं