Not Having Sex For A Long Time : सेक्स (sex) या यूं कहे जब भी बात फिजिकल रिलेशन (physical relation) की होती है तो अकसर लोग इस विषय पर चुप्पी साध लेते हैं. दरअसल, भारत (india) में आज भी इसे एक टैबू (taboo) ही माना गया है, पर आप जानते हैं कि अगर लंबे समय तक आप नहीं बनाते तो आपको क्या हो सकता है. दरअसल हाल में एक रिसर्च (Research) आई है, जिसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं और अगर इस विषय पर बात ही नहीं की जाएगी तो फिर इसकी समस्या से कैसे निजात पाई जाएगी. दरअसल यह National Center for Biotechnology Information (NCBI) की एक स्टडी है, जिसमें बताया गया है कि अगर लोग काफी समय तक सेक्शुअल रिलेशन (sexual relationship) नहीं बनाते हैं तो इससे क्या फर्क पड़ने की संभावना बताई गई है.
आप भी जान लें साइंस क्या कहता है इस बारे में | What Does Science Say
बता दें कि इस स्टडी में 17,744 लोगों का डेटा जमा किया गया था, जिसमें 15.2% पुरुष और 26.7% महिलाएं शामिल थीं, जिन्होंने एक साल से फिजिकल रिलेशन नहीं बनाएं थे. वहीं दूसरी ओर 8.7% पुरुष और 17.5% महिलाएं वह थीं जिन्होंने 5 साल से फिजिकल रिलेशन बनाए हुंए थे.
सच तो ये है कि इस रिसर्च में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए जिसमें हैप्पीनेस लेवल से लेकर शारीरिक जैसी गतिविधियां शामिल थीं.
जान लें क्या मिलता है फायदा | Know what is the benefitगौरतलब है कि रिसर्च बताती है कि फिजिकल रिलेशन्स बनाने से कई हेल्थ बेनेफिट्स भी हो सकते हैं जिसमें से शामिल हैं जैसे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है, स्ट्रेस लेवल कम भी कम रहता है वगैरह.
रिसर्च कहती है अगर फिजिकल रिलेशन लंबे समय तक नहीं होता है तो ये परेशानी हो सकती हैं-
एंग्जाइटी बढ़ सकती है | Anxiety may increaseदरअसल, रिसर्च के अनुसार इसका असर भी स्ट्रेस से जुड़ा हुआ है. रेगुलर रिलेशन बनाने से आप स्ट्रेस कम होता है. रिसर्च के आकड़ों के मुताबिक अगर ये रेगुलर ना मिले तो कई बार एंग्जाइटी जैसी हालात भी पैदा हो सकती है. वैसे ये सीधे तौर पर कनेक्टेड नहीं है, लेकिन रिसर्च मानती है कि रेगुलर सेक्शुअल एक्टिविटी से जो हार्मोन्स निकलते हैं वो एंग्जाइटी लेवल काफी हद तक कम करते हैं.
बढ़ सकता है स्ट्रेस | Stress Can Increase
रिसर्च में पाया गया कि जो लोग एक हेल्दी सेशुअल लाइफ नहीं जीते हैं उनके लिए टच स्टारवेशन यानी पार्टनर के टच की कमी महसूस होने लगती है. रिसर्च में यह आंकड़े काफी चौंकाने वाले थे जिसमें सामने आया कि कोविड के दौरान हुए लॉकडाउन के समय भी लोगों को इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ा था, जो लोग अकेले रहते थे वो खुद को डिप्रेस महसूस करते थे. ऐसे में उनका मेंटल लेवल भी काफी बढ़ गया था.
ब्लड प्रेशर के बढ़ने की समस्या वैसे ये सीधे तौर पर सेक्स से जुड़ी हुई नहीं है, लेकिन अगर स्ट्रेस लेवल बढ़ रहा है तो स्ट्रेस की समस्या भी काफी बढ़ जाती है. पाया गया कि ऐसे में अगर स्ट्रेस बढ़ेगा तो ब्लड प्रेशर की समस्या भी काफी हद तक बढ़ सकती है.
2015 में हुई एक और स्टडी बताती है कि अगर सेक्शुअल रिलेशन सही ना हों तो रिश्तों पर असर पड़ सकता है. कई शादियों के टूटने की यह वजह होती है. फिजिकल रिलेशन्स से रिश्तों की मधुरता बनी रहती है और एक पर्सनल खुशी का अहसास होता है.
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अस्वीकरण : सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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