रक्षाबंधन त्योहार को लेकर जहां बहनों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है, वहीं बाजारों में तरह-तरह की राखियां मौजूद हैं, जो इस त्योहार को कुछ खास बनाने में अपनी भूमिका निभाएंगी. रक्षाबंधन का त्योहार आने में महज कुछ ही दिन बचे हैं. भाई-बहन के इस पवित्र और प्यार के प्रतीक त्योहार की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो चुकी है. बहनें इस पर्व को मनाने के लिए काफी उत्साहित दिख रही हैं. साथ ही कुछ अलग तरह की राखियां अपने भाई की कलाई पर बांधकर इस पर्व को मनाने की तैयारी में जुटी हैं.
भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन में बहन अपने भाई को अपनी रक्षा का संकल्प दिलाती हैं. हिंदू पंचांग के मुताबिक, श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाले इस त्योहार पर बहन अपने भाई की कलाई पर अपना संपूर्ण प्यार रक्षा (राखी) के रूप में बांध कर उससे अपनी रक्षा का वचन लेती है, जिसके बाद भाई कुछ उपहार देकर भविष्य में संकट के समय सहायता और रक्षा देने का वचन देता है.
रक्षाबंधन पौराणिक काल से मनाया जाता है. यह आत्मीयता और स्नेह के बंधन से रिश्तों को मजबूत बनाने का पर्व है. यही कारण है कि इस अवसर पर न केवल भाई को, बल्कि अन्य रिश्तेदारों को भी रक्षा (राखी) बांधने का प्रचलन है. आज के आधुनिक युग में विदेशों में रह रहे भाई-बहन रक्षाबंधन मनाने के लिए चल रही कई ई-कॉमर्स साइटों का सहारा ले रहे हैं. अब तो ऑनलाइन ऑर्डर कर बहनें अपने भाइयों को राखी भेज रही हैं.
छात्रा राधिका बताती हैं कि इस बार वो अपने भाई को सरप्राइज राखी बांधने वाली है, जिसमें उन्होंने ऑनलाइन राखी का ऑर्डर किया है. जो उन्हें रक्षाबंधन के दिन ही उसके घर पर कोरिअर द्वारा मिलेगा. साथ ही इस बार वो अपने भाई के लिए एक गिफ्ट का ऑर्डर भी किया है. राधिका इस आत्मीयता और स्नेह के बंधन से रिश्ते को मजबूत करने वाले पर्व को कुछ खास बनाना चाहती है.
हालांकि इस बार राखी बांधने का समय सुबह 11:04 से शुरू होकर दोपहर 01:28 बजे तक ही है. समय से राखी पहुंचे, इसके लिए राधिका ने पहले ऑर्डर लेने वाली साइट से बात की है, उसके बाद ऑर्डर किया है.
वहीं, नीलम बताती हैं कि इस बार वह अपने भाई को राखी बांधने के साथ गिफ्ट में घड़ी देने वाली हैं और इसे राखी के साथ भाई की कलाई में बांधकर वह अपने इस पवित्र पर्व को खास बनाना चाहती हैं. वह कहती हैं, "मैं हर बार भैया से गिफ्ट लेती थी, इस बार उन्हें गिफ्ट देकर इस पर्व को खास बनाना चाहती हूं."
इनपुट आईएएनएस से
भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन में बहन अपने भाई को अपनी रक्षा का संकल्प दिलाती हैं. हिंदू पंचांग के मुताबिक, श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाले इस त्योहार पर बहन अपने भाई की कलाई पर अपना संपूर्ण प्यार रक्षा (राखी) के रूप में बांध कर उससे अपनी रक्षा का वचन लेती है, जिसके बाद भाई कुछ उपहार देकर भविष्य में संकट के समय सहायता और रक्षा देने का वचन देता है.
रक्षाबंधन पौराणिक काल से मनाया जाता है. यह आत्मीयता और स्नेह के बंधन से रिश्तों को मजबूत बनाने का पर्व है. यही कारण है कि इस अवसर पर न केवल भाई को, बल्कि अन्य रिश्तेदारों को भी रक्षा (राखी) बांधने का प्रचलन है. आज के आधुनिक युग में विदेशों में रह रहे भाई-बहन रक्षाबंधन मनाने के लिए चल रही कई ई-कॉमर्स साइटों का सहारा ले रहे हैं. अब तो ऑनलाइन ऑर्डर कर बहनें अपने भाइयों को राखी भेज रही हैं.
छात्रा राधिका बताती हैं कि इस बार वो अपने भाई को सरप्राइज राखी बांधने वाली है, जिसमें उन्होंने ऑनलाइन राखी का ऑर्डर किया है. जो उन्हें रक्षाबंधन के दिन ही उसके घर पर कोरिअर द्वारा मिलेगा. साथ ही इस बार वो अपने भाई के लिए एक गिफ्ट का ऑर्डर भी किया है. राधिका इस आत्मीयता और स्नेह के बंधन से रिश्ते को मजबूत करने वाले पर्व को कुछ खास बनाना चाहती है.
हालांकि इस बार राखी बांधने का समय सुबह 11:04 से शुरू होकर दोपहर 01:28 बजे तक ही है. समय से राखी पहुंचे, इसके लिए राधिका ने पहले ऑर्डर लेने वाली साइट से बात की है, उसके बाद ऑर्डर किया है.
वहीं, नीलम बताती हैं कि इस बार वह अपने भाई को राखी बांधने के साथ गिफ्ट में घड़ी देने वाली हैं और इसे राखी के साथ भाई की कलाई में बांधकर वह अपने इस पवित्र पर्व को खास बनाना चाहती हैं. वह कहती हैं, "मैं हर बार भैया से गिफ्ट लेती थी, इस बार उन्हें गिफ्ट देकर इस पर्व को खास बनाना चाहती हूं."
इनपुट आईएएनएस से
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