Parenting: जीवन में आत्मविश्वास कितना महत्व रखता है यह तो हम सभी जानते हैं. आत्मविश्वास व्यक्ति को बुलंदी पर लेकर जा सकता है तो आत्मविश्वास की कमी जीवन की सबसे बड़ी रुकावट भी बन सकती है. बचपन में अगर बच्चे में कोंफिडेंस (Confidence) नहीं होता है तो अक्सर देखा जाता है कि बड़े होकर भी बच्चा अंडरकोंफिडेंट रहता है और कदम बढ़ाने से घबराता है. इसीलिए यह जरूरी है कि बच्चा बचपन से ही कोंफिडेंट रहे. अगर आपके बच्चे में भी आत्मविश्वास की कमी है तो यहां ऐसे कुछ तरीके दिए जा रहे हैं जो आपको अपने बच्चे को कोंफिडेंट बनाने में मदद करेंगे.
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बच्चे का कोंफिडेंस बढ़ाने के तरीके | Ways To Boost Child's Confidence
अपने फैसले लेने देंबच्चे का कोंफिडेंस सिर्फ स्टेज पर ही नहीं बल्कि जीवन के हर पहलू में बढ़ाने पर फोकस करें. इसी तरह बच्चा सही मायनों में कोंफिडेंट बनता है. बच्चे को उसके खुद के फैसले लेने के लिए प्रोत्साहित करें. क्या पहनना है, प्रोजेक्ट कैसे बनाना है, कैसी चीजें खरीदने हैं जैसे छोटे-मोटे फैसले बच्चे को खुद के लिए लेने दें.
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बच्चे को प्रोत्साहित करेंमाता-पिता का बच्चे को प्रोत्साहित करना जरूरी है. बच्चा माता-पिता (Parents) से प्रोत्साहन पाकर कोंफिडेंट महसूस करता है. हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि आप बच्चे की तारीफ के पुल ना बांधते रहें, इससे बच्चा आत्मविश्वास से भर जाने के बजाय झेंपने लगता है.
बच्चे पर माता-पिता अच्छा प्रदर्शन करने का प्रेशर बनाते हैं तो बच्चा अपना आत्मविश्वास खोने लगता है और उसमें डर और झिझक बढ़ जाती है. जरूरी है कि पैरेंट्स बच्चे पर दबाव ना बनाए. बच्चा हार-जीत जैसी बातों से दूर रहता है तो उसका आत्मविश्वास भी बना रहता है.
बच्चा खुद को नाच-गाने के माध्यम से या वाद-विवाद के द्वारा एक्सप्रेस करना चाहता है तो उसे करने दें. बच्चे को मौका दें अपनी प्रतिभा दिखाने का भी. अगर बच्चा आपके सामने कुछ परफॉर्म (Perform) करके दिखाना चाहता है तो उसे अपना समय भी दें. इससे बच्चा अपनी प्रतिभा निखार पाता है और बाहरी लोगों के सामने परफॉर्म करने या कुछ कहने-सुनने से दूर नहीं भागता.