International Yoga Day 2023: 27 सितंबर, 2014 के दिन प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र महासभा में रखा गया था और उन्होंने इस दिन को मनाने की जरूरत पर भाषण दिया था. इसके अगले साल यानी 2015 से ही मनाने की शुरूआत हुई. साल 2015 में पहला योग दिवस मनाया गया था और आज 9वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है. योगा को आपने छोटे परदे पर बाबा रामदेव को करते भी देखा होगा. बाबा रामदेव को योगगुरु भी कहते हैं और योगा को ख्याति दिलाने में उनका भी योगदान माना जाता है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि योगा का इतिहास बेहद पुराना है और योगगुरु एक नहीं बल्कि दो माने जाते हैं.
कैसे हुआ योग का उद्भव
'योग सूत्र' की रचना योग दर्शन के प्रणेता महर्षि पतंजलि (Patanjali) ने की थी. इस चलते महर्षि पतंजलि को योग का जनक या कहें योगा का जनक (Father of Yoga) कहा जाता है. योग सूत्र की रचना से पहले माना जाता है कि संसार के पहले योग गुरु स्वयं महादेव यानी भगवान शिव थे जिस चलते उन्हें आदिगुरु भी कहा जाता है. वहीं, महर्षि पतंजलि को मॉडर्न योगा अथवा आधुनिक योगा का जनक माना जाता है. भारत के कुछ हिस्सों में तिरुमलाई कृष्णामाचार्य को भी योगगुरू माना जाता है. तिरुमलाई कृष्णामाचार्य योगगुरु और आयुर्वेदिक हीलर थे.
वर्तमान में योगावर्तमान समय की बात करें तो योगा जीवनशैली के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में उभर रही है. सेलेब्रिटीज भी अक्सर योगा करते नजर आ जाते हैं और लोगों को योगा (Yoga) करने के लिए प्रेरित करते हैं. बॉलीवुड एक्टर्स जैसे शिल्पा शेट्टी, करीना कपूर, आलिया भट्ट, अनुष्का शर्मा और मलाइका अरोड़ा अपनी फिटनेस का राज योगा को मानती हैं और आयदिन योगा करती नजर भी आती हैं.
योगा हर उम्र के व्यक्ति करने लगे हैं और चाहे दिल की सेहत दुरुस्त रखनी हो या फिर हड्डियों और मांसपेशियों के दर्द से निजात पाना हो, अलग-अलग रोगों से निजात पाने के लिए भी योगा की जाती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.