क्या आपका Liver फैटी हो गया है तो इन 3 योगासन को करने से चर्बी हो जाएगी कम

YOGASAN FOR LIVER : फैटी लिवर होने के कई कारण हैं जिसमें शराब का सेवन, धूम्रपान, दवाओं का अत्यधिक उपयोग, वसा से भरपूर आहार, शक्कर और प्रोसेस्ड फूड शामिल हैं.

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Liver वसा, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का चयापचय करता है.

Fatty liver : लीवर हमारे शरीर का एक ऐसा अंग है जो विषाक्त पदार्थों और रसायनों को नियंत्रित करने का काम करता है. इसके अलावा बिलीरुबिन, कोलेस्ट्रॉल, हार्मोन और दवाओं का उत्सर्जन करता है. और तो और वसा, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का चयापचय करता है. शरीर को सुचारु रूप से चलाने में इतनी अहम भूमिका निभाने वाले इस लिवर पर आजकल की खराब लाइफस्टाइल बुरा असर पड़ रहा है, जैसे- शराब का सेवन, धूम्रपान, दवाओं का अत्यधिक उपयोग, वसा से भरपूर आहार, शक्कर और प्रोसेस्ड फूड. ऐसे में आपको यहां पर कुछ ऐसे योगासन बताने जा रहे हैं जिसके करने से आपको फैटी लिवर से निजात मिल जाएगी.

फैटी लिवर के लिए योगासन क्या करें | What to do yoga for fatty liver

पश्चिमोत्तानासन | Back stretching pose

इस आसन को करने के लिए आप अपने पैरों को फैलाकर बैठ जाएं. हाथों को शरीर के बगल में रखें. अब सांस लेते हुए अपनी बांहों को ऊपर की ओर उठाएं और जैसे ही आप सांस छोड़ते हैं, अपने सिर को घुटने की ओर ले जाते हुए अपने धड़े को आगे की ओर झुकाएं. अब जब आप इस पोज में आ जाएं तो कुछ देर रुककर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ जाएं. ऐसा आप पांच बार करें.

पाद प्रसार पश्चिमोत्तानासन | Back stretch with legs apart

पैरों को जितना संभव हो उतना फैलाकर बैठें. फिर अपनी उंगली को इंटरलॉक करें और बाजुओं को अपनी पीठ के पीछे रखें. शरीर को शिथिल करें. गहरी सांस लें और जैसे ही आप सांस छोड़ें, आगे की ओर झुकें, अपने सिर को दाहिने घुटने की ओर ले जाएं. इसे अपने माथे से छूने की कोशिश करें, अपने इंटरलॉक किए हुए हाथों को पीछे की ओर उठाएं. अब सांस लेते हुए सामान्य स्थिति में लौट आएं. ऐसा ही बायीं ओर भी करें. इसे भी पांच सेट में करें.

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अर्ध मत्स्येंद्र आसन | Ardha Matsyendra Asana

दोनों पैरों को फैलाकर बैठ जाएं और हाथों को शरीर के पास रखें. बाएं पैर को दाएं पैर के ऊपर से क्रॉस करें और दाएं घुटने के बगल में चटाई पर सपाट रखें. अपने शरीर को आराम दें और गहरी सांस लें. जैसे ही आप सांस छोड़ते हैं, दोनों हाथों को अपने कूल्हों के बगल में अपने शरीर के दाहिनी ओर सपाट रखें. सांस छोड़ते हुए सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं. यही क्रिया बाईं ओर दोहराएं. 

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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