Tips to Sleep Better at Night: कई लोगों की शिकायत होती है कि दिनभर काम करने और थकान के बाद भी उन्हें रात के समय अच्छी नींद नहीं आती है, या वे रात भर करवटें बदलते रह जाते हैं. इससे फिर उन्हें अगले दिन थकान और कमजोरी से जूझना पड़ता है. अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं, तो यहां हम आपको एक बेहद आसान ट्रिक बता रहे हैं. इसकी मदद से आप बिना अधिक मेहनत किए रातभर चैन की नींद सो सकते हैं. ये ट्रिक फेमस न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर शेयर की है. आइए जानते हैं इसके बारे में-
क्या कहती हैं न्यूट्रिशनिस्ट?
रात को गहरी और सुकून भरी नींद के लिए लवनीत बत्रा सोने से 1 घंटा पहले सिर्फ 2 कीवी खाने की सलाह देती हैं. पोषण विशेषज्ञ बताती हैं, केवल इतना करने से आपकी नींद की क्वालिटी काफी बेहतर हो सकती है. एक स्टडी में पाया गया कि जो लोग 4 हफ्ते तक रोजाना रात में सोने से एक घंटा पहले 2 कीवी खाते हैं, उनकी नींद का समय बढ़ सकता है, इससे नींद गहरी आती है और रिकवरी भी बेहतर होती है.
कैसे फायदा पहुंचाती हैं कीवी?
नेचुरल सेरोटोनिनन्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं, कीवी उन कुछ फलों में से है जिनमें प्राकृतिक रूप से सेरोटोनिन पाया जाता है. यह हार्मोन आपके स्लीप-वेक साइकिल को रेगुलेट करता है और सोने में मदद करता है.
कीवी में विटामिन सी और ई की अच्छी मात्रा पाई जाती है. ये एंटीऑक्सीडेंट आपके ब्रेन की नींद को कंट्रोल करने वाली सेल्स को एक्टिव रखते हैं और आयरन के अवशोषण को बढ़ाकर ऑक्सीजन सप्लाई को बेहतर बनाते हैं. इससे आप ज्यादा अच्छी नींद सो पाते हैं.
फोलेट और मैग्नीशियम का कमालफोलेट अनिद्रा से लड़ने में मदद करता है, जबकि मैग्नीशियम आपके नर्वस सिस्टम को शांत करता है, स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टिसोल को कम करता है और बॉडी की सर्केडियन रिदम को सही रखता है.
इन सब से अलग कीवी में एक्टिनिडिन नाम का एंजाइम पाया जाता है. ये पाचन में मदद करता है और आंत के अच्छे बैक्टीरिया को सपोर्ट करता है. गट हेल्थ अच्छी रहने मेलाटोनिन का प्रोडक्शन बेहतर होता है और ज्यादा सुकूनभरी नींद आती है.
ऐसे में नींद से जुड़ी परेशानी होने पर आप भी कीवी का सेवन कर सकते हैं. इससे आपको कुछ ही समय में कमाल का असर देखने को मिल सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.