रोटी के फायदे दोगुने करने के लिए आटे में क्या मिलाएं? Doctor Hansa Yogendra ने बताया इन 5 चीजों से दवा बन जाएगी चपाती

How to improve roti: डॉक्टर हंसा योगेन्द्र कहती हैं कुछ चीजों को आटे में मिलाकर रोटी बनाने से दोगुने फायदे मिल सकते हैं. आइए जानते हैं क्या हैं ये चीजें और इन्हें खाने से आपको किस तरह फायदा मिल सकता है.

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रोटी के फायदे कैसे बढाएं?

How to make roti more healthy: रोटी हमारी डेली डाइट का अहम हिस्सा है. इसके बिना हम भारतीयों का खाना अधूरा माना जाता है. ज्यादातर लोग दिन में कम से कम दो समय रोटी खाना पसंद करते हैं. हालांकि, सिर्फ आटे और पानी से तैयार रोटी हमें उतने फायदे नहीं पहुंचा पाती है. ऐसे में हाल ही में मशहूर योग गुरु और लेखक डॉक्टर हंसा योगेन्द्र ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में उन्होंने कुछ खास चीजों के बारे में बताया है. हंसा जी कहती हैं इन चीजों को आटे में मिलाकर रोटी बनाने से दोगुने फायदे मिल सकते हैं. इतना ही नहीं कुछ लोगों के लिए इन चीजों से तैयार रोटी दवा की तरह भी असर दिखा सकती है. आइए जानते हैं क्या हैं ये चीजें और इन्हें खाने से आपको किस तरह फायदा मिल सकता है. 

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कलौंजी (Kalonji)

सबसे पहले हंजाजी आटे में कलौंजी मिलाकर रोटी खाने की सलाह देती हैं. इसके लिए 2 कप गेहूं के आटे में ½ चम्मच कलौंजी, दही (आटा गूंधने के लिए) और थोड़ा देसी घी मिला लें. योग गुरु बताती हैं, कलौंजी पाचन के लिए बेहद फायदेमंद हैं. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को संक्रमणों से बचाते हैं, जबकि दही रोटी को मुलायम और पाचन के लिए आसान बनाती है. इन सब से अलग यह रोटी खासकर ठंड के मौसम में शरीर को एनर्जी और गर्माहट देती है.

फर्मेंटेड बांस की कोपल (Fermented Bamboo Shoot)

गेहूं या मिलेट के आटे में 1 बड़ा चम्मच खमीरयुक्त बांस की कोपल और तिल का तेल मिलाकर आटा तैयार करें. डॉक्टर हंसाजी बताती हैं, इस आटे से तैयार रोटी गट बैक्टीरियल फ्लोरा को संतुलित करती, पाचन में मदद करती और पेट फूलने (Bloating) को कम करती है. बांस की कोपलें प्राकृतिक प्रोबायोटिक्स का बेहतरीन स्रोत है. वहीं, तिल के तेल का उपयोग शरीर को स्वस्थ व उर्जावान बनाए रखता है.

कचरी पाउडर (Kachri Powder)

बाजरा या ज्वार के आटे में 1/2 चम्मच कचरी पाउडर और थोड़ा जीरा मिलाकर रोटी तैयार करें. योग गुरु बताती हैं, राजस्थान की रेतीली धरती पर मिलने वाली कचरी का उपयोग पाचन को मजबूत करने में सदियों से होता आया है. इस रोटी में मौजूद फाइबर और औषधीय तत्व शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज कर भारीपन कम करते और वजन नियंत्रित करने में मदद करते हैं. जबकि बाजरा और ज्वार इसे ग्लूटेन-फ्री और पौष्टिक बनाते हैं.

गुच्छी मशरूम पाउडर (Gucchi Mushroom Powder)

गेहूं के आटे में 1 बड़ा चम्मच गुच्छी पाउडर और चुटकी भर काली मिर्च मिलाकर रोटी तैयार करें. गुच्छी एक दुर्लभ औषधीय मशरूम है, जो विटामिन D, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है. यह रोटी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती, मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देती और थकान दूर करती है. हंसाजी बताती हैं, यह रोटी खासकर उन लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद है, जिन्हें ज्यादा शारीरिक या मानसिक काम करना पड़ता है.

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अनारदाना (Anardana)

गेहूं के आटे में 1 चम्मच अनारदाना पाउडर, थोड़े धनिया के बीज और अजवाइन मिलाकर रोटी तैयार करें. अनारदाना विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स का उत्कृष्ट स्रोत हैं. यह रोटी दिल की सेहत सुधारती है, पाचन क्रिया को सहज बनाती और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाती है. दूसरी ओर धनिया और अजवाइन पाचन को और अधिक प्रभावी बनाते हैं.

डॉक्टर हंसाजी आगे बताती हैं, रोटी को सिर्फ पेट भरने वाला भोजन न मानें. भारतीय मसालों और जड़ी-बूटियों के ज्ञान से आप इसे सेहत का खजाना बना सकते हैं. ये पांच चीजें आपकी रोटी को स्वादिष्ट, पाचक और औषधीय बना देंगी. अगली बार रोटी बनाते समय इनमें से कोई एक जरूर मिलाएं, ताकि खाना आपका इलाज भी बन जाए.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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