How to Eat Fruits: फलों को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. अच्छी स्किन और सेहत के लिए एक्सपर्ट्स भी फलों को डाइट का हिस्सा बनाने की सलाह देते हैं. खासकर वेट लॉस डाइट पर लोग सबसे ज्यादा फल खाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर फ्रूट्स का सेवन गलत तरीके से किया जाए, तो ये आपकी वेट लॉस जर्नी को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं? यानी फल भले ही विटामिन, मिनरल्स और फाइबर का अच्छा स्रोत होते हैं, लेकिन कुछ गलतियां ऐसी हैं जो इन्हें वजन बढ़ाने का कारण बना सकती हैं. आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं फल खाने का सही तरीका क्या है और इन्हें खाते वक्त किन बातों को ध्यान में रखना जरूरी है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
मामले को लेकर फेमस न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में एक्सपर्ट बताती हैं, कई लोग वेट लॉस डाइट पर केवल फल खाना पसंद करते हैं. फ्रूट्स सेहत के लिए अच्छे हैं लेकिन इनमें नेचुरल शुगर जैसे फ्रुक्टोज और ग्लूकोज की मात्रा अधिक होती है. जब हम इनका जरूरत से ज्यादा सेवन करते हैं, तो ये शुगर शरीर में फैट के रूप में स्टोर होने लगती है. खासकर जब फलों को गलत तरीके से खाया जाए, तो इनका शुगर और कैलोरी कंटेंट काफी बढ़ जाता है.
न्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं, अधिकतर लोग फलों को सीधे न खाकर इनका जूस बनकर पीते हैं. जबकि जूस बनाने के दौरान फलों से फाइबर निकल जाता है और फाइबर के बिना जूस सिर्फ शुगर और कैलोरी का घोल बन जाता है. ऐसे में फ्रूट जूस पीने से वजन घटने की बजाय उल्टा बढ़ने लगता है.
इससे अलग पोषण विशेषज्ञ बताती हैं, ड्राय फ्रूट्स (जैसे किशमिश, सूखे आम) में पानी की मात्रा नहीं होती, जिससे ये छोटे दिखते हैं लेकिन उनमें शुगर और कैलोरी बहुत ज्यादा होती है. इसी तरह, कैन्ड फ्रूट्स अक्सर शुगर सिरप में पैक किए जाते हैं, जो इन्हें और भी हानिकारक बना देता है.
- न्यूट्रिशनिस्ट फलों को साबुत और सीमित मात्रा में खाने की सलाह देती हैं. खासतौर पर लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फल जैसे सेब, नाशपाती, बेरीज आदि खाएं.
- जूस की जगह स्मूदी लें, जिसमें फल का फाइबर भी शामिल हो.
- फलों को मुख्य भोजन का विकल्प न बनाएं, बल्कि स्नैक की तरह खाएं.
- इन सब से अलग एक बार में 1-2 सर्विंग्स से ज्यादा न लें.
लवनीत बत्रा के मुताबिक, फल हेल्दी होते हैं, लेकिन 'जितना ज्यादा उतना अच्छा' का नियम यहां लागू नहीं होता. न्यूट्रिशन बैलेंस जरूरी है. फलों के साथ प्रोटीन, हेल्दी फैट्स और फाइबर को भी अपनी डाइट में शामिल करें. सही समय और मात्रा में फल खाना ही उन्हें हेल्दी बनाता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.