
What foods are high in glutathione : सोशल मीडिया पर इन दिनों ग्लूटाथियोन की गोलियां खूब बिक रही हैं, जो दावा कर रही हैं कि इससे चेहरे की झुर्रियां और हाइपरपिग्मेंटेशन काफी हद तक खत्म हो सकता है. वहीं इनके सेवन से चेहरा दाग व धब्बे फ्री और चेहरे पर ग्लो आता है. अगर एक्सपर्ट की मानें तो इतनी महंगी टैबलेट खाने के बजाय आप फल और सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करके भी ग्लूटाथियोन बढ़ा सकते हैं. चलिए पहले जानते हैं कि ग्लूटाथियोन है क्या और यह किस तरह से हमारे शरीर पर काम करता है.

क्या है ग्लूटाथियोन | What is glutathione
सच तो ये है कि ग्लूटाथियोन एक एंटी ऑक्सीडेंट है, जो हमारे लीवर में नेचुरली बनता है. यह दो प्रकार का होता है पहला रिडयूस्ड ग्लूटाथियोन और ऑक्सीकृत ग्लूटाथियोन. यह शरीर में मौजूद विभिन्न बीमारियों से लड़ने में मदद करता है और शरीर की उम्र को कम करने में भी काफी हद तक कारगर है.
नेचुरल तरीके से बढ़ाएं ग्लूटाथियोन
अगर ग्लूटाथियोन की टैबलेट नहीं खाना चाहते हैं और यह भी चाहते हैं कि आपकी सारी हाइपरपिंग्मेंटेशन खत्म हो जाए तो नेचरल तरीके से भी कर सकते हैं.
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ग्लूटाथियोन के लिए ये चीजें खाएं | Glutathione rich foods list
सल्फर युक्त चीजें खाएं
ग्लूटाथियोन आपके शरीर में नेचुरली बने तो आप सल्फर युक्त चीजें अपने खाने में शामिल करें. इसमें मछली और डेयरी युक्त प्रोटीन प्रॉडक्ट ले सकते हैं. इसके अलावा ब्रोकली, सरसों का साग और मक्का लें.
विटामिन सी की मात्रा बढ़ाएं
विटामिन सी फल और सब्जियों में ज्यादा पाया जाता है. स्ट्रॉबेरी, खट्टे फल, पपीता, कीवी वगैरह अपनी डाइट में शामिल करें. विटामिन एक तरह से हमारे शरीर में एक्सीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं.
सेलेनियम युक्त खाना खाएं
चिकन, मछली, चीज, ब्राउन राइज और ब्राजी नट्स में सेलेनियम अच्छा खासा होता है. अगर आप इसे खाएंगे तो ग्लूटाथियोन का स्तर बढ़ेगा और चेहरे के रिंकल और हाइपरपिंग्मेंटेशन दूर होंगे. चेहरे पर ग्लो भी नेचुरली आएगा.
हल्दी जरूर लें
जल्दी भारतीय मसालों में सबसे अहम मसाला है. रिसर्च के अनुसार हल्दी में ग्लूटाथियोन होता है. यही वजह है कि चेहरे पर हाइपरपिंग्मेंटेंशन होने पर लोग फेस पैक में हल्दी का इस्तेमाल अवश्य करते हैं.
ज्यादा से ज्यादा सोएं
एक स्टडी में 30 लोगों पर रिसर्च की गई, जो किसी ना किसी वजह से अच्छी नींद नहीं ले पा रहे थे. टेस्ट में पाया गया कि उनके शरीर में ग्लूटाथियोन का लेवल बेहद ही कम था. वहीं कई ऐसी रिसर्च आई हैं जिन्होंने यह साबित कर दिया है कि कम नींद यानी ग्लूटाथियोन का लेवल कम होना है.
एक्सरसाइज रोज करें
रोज एक्सरसाइज को अपने रूटीन में शामिल करें. एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आप योगा या जिम जाते हैं तो यह एंटी ऑक्सीडेंट का स्तर बढ़ाती है, खासतौर पर ग्लूटाथियोन को.
शराब का सेवन करने से बचें
अगर आप बहुत ज्यादा शराब पीते हैं तो यह ग्लूटाथियोन को बनने नहीं देता है. दरअसल शराब फेफड़ों पर असर डालती है और ग्लूटाथियोन नेचुरली हमारे लंग्स बनाते हैं. इससे आप समझ सकते हैं के हेल्दी फेफड़े होना कितना जरूरी है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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