Diabetes Diet: डायबिटीज के मरीजों के लिए अक्सर सबसे बड़ा सवाल यही होता है कि क्या वे फल खा सकते हैं या नहीं? कई लोग सोचते हैं कि फल मीठे होते हैं, इसलिए ये ब्लड शुगर (Blood Sugar Level) को बढ़ा देंगे. ऐसे में आइए एक्सपर्ट से जानते हैं डायबिटीज पेशेंट्स के लिए फल खाना कितना सेफ है या फल खाने से उनके बल्ड शुगर लेवल पर कैसा असर पड़ता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इसे लेकर डाइटिशियन श्वेता शाह पंचाल ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो में वे बताती हैं, अगर आप फल सही तरीके से, सही समय पर और सही कॉम्बिनेशन के साथ खाएं, तो ये आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने के बजाय सेहत को और बेहतर बना सकते हैं.
क्या है फल खाने का सही तरीका?दालचीनी का इस्तेमाल
डाइटिशियन कोई भी फल खाने से पहले उसपर थोड़ी मात्रा में दालचीनी पाउडर छिड़कने की सलाह देती हैं. दालचीनी ब्लड शुगर स्पाइक को धीमा करने में मदद करती है. ऐसे में आप फलों पर थोड़ा सा दालचीनी पाउडर छिड़ककर खा सकते हैं. यह स्वाद भी बढ़ाएगा और सेहत के लिए फायदेमंद भी रहेगा.
श्वेता शाह बताती हैं, फल का जूस बनाने से उसका फाइबर कम हो जाता है और शुगर तेजी से ब्लड में पहुंचती है. इसलिए डायबिटीज के मरीजों को हमेशा साबुत फल खाना चाहिए. फलों का जूस पीने से बचें.
खाली पेट फल न खाएंअगर आप सुबह खाली पेट फल खाते हैं, तो शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है. डाइटिशियन श्वेता के मुताबिक, फल खाने से पहले कुछ हेल्दी फैट या प्रोटीन लेना बेहतर होता है. जैसे आप बादाम, अखरोट जैसे नट्स खा सकते हैं, चिया सीड्स, फ्लैक्स सीड्स खास सकते हैं या चिया सीड वाटर पी सकते हैं. ऐसा करने से शुगर लेवल कंट्रोल रहेगा.
दही में मौजूद प्रोटीन और प्रोबायोटिक्स फल में मौजूद शुगर के असर को बैलेंस करते हैं. दही पाचन को भी बेहतर बनाता है. ऐसे में आप दही के साथ फल खा सकते हैं.
टाइमिंग और कॉम्बिनेशन का रखें ध्यानइन सब से अलग एक्सपर्ट फल दिन के समय, खासकर मिड-मॉर्निंग या मिड-ईवनिंग स्नैक के रूप में खाने की सलाह देती हैं. कोशिश करें कि एक बार में ज्यादा फल न खाएं. इस तरह छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर आप बिना सेहत को नुकसान पहुंचाएं फल का सेवन कर सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.