Constipation in Kids: बड़ों के साथ-साथ छोटे बच्चों में भी कब्ज की समस्या आम है. कब्ज होने पर बच्चों का पेट ठीक ढंग से साफ नहीं हो पाता है, जिसके चलते उन्हें पेट में दर्द, ऐंठन, गैस, सीने में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा मल त्याग न होने पर मासूम चिड़चिड़ा हो जाता है, साथ ही ठीक से कुछ खा पी भी नहीं पाता है. अगर आपका बच्चा भी इस तरह की परेशानी से जूझ रहा है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. आइए बच्चों के डॉक्टर से जानते हैं कि मासूम को कब्ज से जल्द राहत कैसे दिलाई जा सकती है और इस कंडीशन में किन बातों पर ध्यान देना जरूरी है.
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क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
मामले को लेकर फेमस पीडियाट्रिशियन संदीप गुप्ता ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डॉक्टर बताते हैं, कब्ज होने पर आप बच्चों को घर पर ही एक खास चीज बनाकर खिला सकते हैं. ये खास चीज है ओट्स और प्रून्स (सूखे आलूबुखारे) की प्यूरी. डॉ. के मुताबिक, ये प्यूरी बच्चों के लिए एक बेहतरीन नेचुरल रेमेडी है.
- इसके लिए पहले ओट्स को अच्छी तरह रोस्ट कर लें.
- अब, आधा कप ओट्स को पानी में उबालें.
- 2–3 प्रून्स को रातभर भिगोकर रखें और सुबह बारीक पेस्ट बना लें.
- इस पेस्ट को पक चुके ओट्स में मिलाएं.
- इतना करते ही आपकी प्यूरी बनकर तैयार हो जाएगी. आप इसे हल्का गुनगुना कर बच्चों को खिला सकते हैं.
इस सवाल का जवाब देते हुए डॉ. गुप्ता बताते हैं, ओट्स में घुलनशील फाइबर होता है जो मल को मुलायम बनाता है, जबकि प्रून्स में प्राकृतिक लैक्सेटिव गुण पाए जाते हैं जो आंतों की गति को बेहतर बनाते हैं. इस तरह इन दोनों चीजों को एक साथ खाने से मल त्याग आसान हो जाता है और कब्ज से जल्द राहत मिलती है.
- 6 महीने से छोटे बच्चों को बिना डॉक्टर की सलाह के कुछ भी न दें.
- अगर बच्चा लगातार कब्ज से परेशान है, तो एक बार डॉक्टर की सलाह लेना भी जरूरी है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.