
नई दिल्ली:
किसी के लिए भी अपना घर छोड़ना आासन नहीं होता. हम अपनी पुरानी जगह के इतने आदि हो चुके होते हैं कि हमें उसके सिवाए कोई और जगह अच्छी ही नहीं लगती. वहां का माहौल, सुविधाएं हम चाहकर भी दूसरी जगह पर तलाश नहीं पाते. ऐसे में अगर दूसरी जगह शिफ्ट होना पड़े तो मानों सिर पर पहाड़-सा टूट पड़ता है. इतना ही नहीं जमे-जमाए घर को दूसरी जगह ले जाने बेहद मुश्किल होता है. आइए जानते हैं इस दौरान किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
पैकिंग है भारी मुसीबत
नई जगह पर जाने के लिए हमें अपने सामान को एक बार फिर बांधना पड़ता है. सारे सामान को समेटना काफी मुश्किल होता है. सामान को एक पैकेट में रखना, सामान पैक करना बेहद कठिन काम होता है. यह सबसे मुश्किल और थका देने वाला काम होता है. इतना ही नहीं नए घर में जाना और सारा सामान सैट करना पहाड़ पर चढ़ने जैसा काम है. इसके लिए आप पैंकिग सर्विसेज जैसे मूवर्स एंड पैकर्स की मदद ले सकते हैं.

अकेलापन महसूस होना
नई जगह, नए लोग... हर किसी के लिए सब कुछ इतना अलग हो जाता है कि लोग चाहते हुए भी नई जगह पर एडजस्ट नहीं कर पाते. यही कारण है कि उनका मन अपने इस नए घर में नहीं लगता. वह बार-बार उसी पुरानी जगह के बारे में सोचते रहते हैं. ऐसे में आप गुगल मैप्स की मदद ले सकते हैं.
नई जगह पर फिट होना
अगर आप अपना घर छोड़कर पीजी में शिफ्ट हो रहे हैं तो उस जगह के नियम, कायदे और कानूनों को मानना काफी मुश्किल हो जाता है. पीजी में अकसर खाने का एक तय किया हुआ समय होता है. ऐसे में अगर आप इस समय पर खाने के लिए नहीं पहुचते तो आपका भूखा ही रहना होगा. यही नियम पीजी में आने और जाने पर भी लागू किया जाता है. बेहतर होगा कि इसके लिए आप पहले से तैयारी कर लें.
नए नैटवर्क का चयन
आप जिस जगह पर शिफ्ट हो रहे हैं वहां पर आपके फोन का नैटवर्क सही से काम करेगा, ये जरूरी नहीं है. इसके अलावा बोरियत से बचने के लिए केबल कनेक्शन को भी पहले से फिट करवा लें.
पैकिंग है भारी मुसीबत
नई जगह पर जाने के लिए हमें अपने सामान को एक बार फिर बांधना पड़ता है. सारे सामान को समेटना काफी मुश्किल होता है. सामान को एक पैकेट में रखना, सामान पैक करना बेहद कठिन काम होता है. यह सबसे मुश्किल और थका देने वाला काम होता है. इतना ही नहीं नए घर में जाना और सारा सामान सैट करना पहाड़ पर चढ़ने जैसा काम है. इसके लिए आप पैंकिग सर्विसेज जैसे मूवर्स एंड पैकर्स की मदद ले सकते हैं.

अकेलापन महसूस होना
नई जगह, नए लोग... हर किसी के लिए सब कुछ इतना अलग हो जाता है कि लोग चाहते हुए भी नई जगह पर एडजस्ट नहीं कर पाते. यही कारण है कि उनका मन अपने इस नए घर में नहीं लगता. वह बार-बार उसी पुरानी जगह के बारे में सोचते रहते हैं. ऐसे में आप गुगल मैप्स की मदद ले सकते हैं.
नई जगह पर फिट होना
अगर आप अपना घर छोड़कर पीजी में शिफ्ट हो रहे हैं तो उस जगह के नियम, कायदे और कानूनों को मानना काफी मुश्किल हो जाता है. पीजी में अकसर खाने का एक तय किया हुआ समय होता है. ऐसे में अगर आप इस समय पर खाने के लिए नहीं पहुचते तो आपका भूखा ही रहना होगा. यही नियम पीजी में आने और जाने पर भी लागू किया जाता है. बेहतर होगा कि इसके लिए आप पहले से तैयारी कर लें.
नए नैटवर्क का चयन
आप जिस जगह पर शिफ्ट हो रहे हैं वहां पर आपके फोन का नैटवर्क सही से काम करेगा, ये जरूरी नहीं है. इसके अलावा बोरियत से बचने के लिए केबल कनेक्शन को भी पहले से फिट करवा लें.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं