नई दिल्ली:
क्या आप जब अपने घुटनों को मोड़ते हैं तो चटकने या टूटने जैसी हल्की आवाजें सुनाई देती हैं. यह घुटने के शुरुआती आस्टियोआर्थराइटिस से ग्रसित होने का संकेत है. आस्टियोआर्थराइटिस एक तरह का गठिया रोग है, जिसमें हड्डियों के सिरों पर लचीले ऊतकों की संख्या कम हो जाती है. घुटनों के जोड़ों पर मौजूद कार्टिलेज धीरे-धीरे खत्म हो जाता है.
जैसे ही क्षतिग्रस्त घुटने का जोड़ गति करता है इससे टूटने या चटकने जैसी आवाजें आती हैं, जिसे घुटने की चरचराहट कहते हैं. यह आवाजें घुटने में अक्सर होती हैं और आमतौर पर दर्द नहीं देतीं.
अमेरिका के ह्यूस्टन स्थित बेलोर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के सहायक प्रोफेसर ग्रेस लो के अनुसार, "ऐसे लोग जिनमें आस्टियोअर्थराइटिस के लक्षण होते हैं, वे जरूरी नहीं है कि दर्द की शिकायत करें. इन लोगों में दर्द के विकास को रोकने के लिए कोई खास रणनीति नहीं है."
लो के अनुसार, ऐसे व्यक्ति जिनके घुटनों से आवाजें नहीं आतीं उनकी तुलना में घुटने से आवाज वाले लोगों में दर्द पैदा होने का खतरा ज्यादा होता है. चटकने या टूटने जैसी आवाजों के साथ दर्द का होना एक समस्या की तरफ इशारा है.
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से इनपुट
जैसे ही क्षतिग्रस्त घुटने का जोड़ गति करता है इससे टूटने या चटकने जैसी आवाजें आती हैं, जिसे घुटने की चरचराहट कहते हैं. यह आवाजें घुटने में अक्सर होती हैं और आमतौर पर दर्द नहीं देतीं.
अमेरिका के ह्यूस्टन स्थित बेलोर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के सहायक प्रोफेसर ग्रेस लो के अनुसार, "ऐसे लोग जिनमें आस्टियोअर्थराइटिस के लक्षण होते हैं, वे जरूरी नहीं है कि दर्द की शिकायत करें. इन लोगों में दर्द के विकास को रोकने के लिए कोई खास रणनीति नहीं है."
लो के अनुसार, ऐसे व्यक्ति जिनके घुटनों से आवाजें नहीं आतीं उनकी तुलना में घुटने से आवाज वाले लोगों में दर्द पैदा होने का खतरा ज्यादा होता है. चटकने या टूटने जैसी आवाजों के साथ दर्द का होना एक समस्या की तरफ इशारा है.
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से इनपुट
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं