कुछ दिन पहले एक मां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को ट्वीट करते हुए कहा था कि उनके साढ़े तीन साल के बच्चे के लिए लॉकडाउन (Lockdown) के कारण कहीं से भी ऊंट का दूध नहीं मिल पा रहा है. महिला ने अपने ट्वीट में यह भी बताया था कि उसके बच्चे को गाय, भैंस और बकरे के दूध से एलर्जी है और इस वजह से उसे ऊंट के दूध की ही जरूरत है. इसके बाद रेलवे ने मुंबई में महिला तक 20 लीटर ऊंट के दूध की सप्लाई की.
शनिवार को आईपीएस ऑफिसर अरुण बोथरा ने ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी थी और इसके बाद से ही आईपीएस ऑफिसर का ट्वीट काफी वायरल हो रहा है. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था, ''रात को ट्रेन के जरिए मुंबई में 20 लीटर ऊंट का दूध पहुंचाया गया. इसके बाद परिवार ने इस दूध को एक दूसरे परिवार के साथ भी शेयर किया, जिन्हें इसकी जरूरत थी. उत्तर पश्चिमी रेलवे के सीपीटीएम तरुण जैन ने कंटेनर को पिक करने के लिए एक अनिर्धारित ट्रेन को भेजा था''.
बच्चे की मां रेनू कुमारी ने पीएम मोदी को टैग करते हुए ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने अपने बच्चे की स्थिति के बारे में बताया था. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था, ''सर मैं एक साढ़े तीन साल के बच्चे की मां हूं, जिसे ऑटिज्म है और बहुत से खाने से एलर्जी है. वह ऊंट का दूध और थोड़ी बहुत दाल ही खा सकता है. जब लॉकडाउन हुआ तब मेरे पास बहुत ज्यादा ऊंट का दूध नहीं था. आप राजस्थान के सादरी से ऊंट का दूध और इसका पाउडर पहुंचाने में मेरी मदद कीजिए''.
Final update
— Arun Bothra (@arunbothra) April 11, 2020
20 lts. camel milk reached Mumbai by train last night. The family has kindly shared part of it with another needy person in the city.
Thanking Sh.Tarun Jain, CPTM, North-West Railways who ensured an unscheduled halt to pick the container.@RailwaySeva@RailMinIndia https://t.co/fCxI6EJTrX
इसके बाद देशभर के लोगों ने इस पर अपने सुझाव दिए. इनमें आईपीएस ऑफिसर अरुण बोथरा भी शामिल हैं. उन्होंने राजस्थान में ऊंट के दूध पर आधारित प्रोडक्ट्स की बिक्री करने वाले अदविक फूड्स से भी संपर्क किया था. इसके बाद कंपनी ने ऊंट के दूध का पाउडर ऑफर किया था लेकिन उसे मुंबई तक पहुंचा पाना एक समस्या था.
इस बारे में बात करते हुए उत्तर पश्चिमी रेलवे के चीफ पैसेंजर ट्रैफिक मैनेजर तरुण जैन ने कहा, "अरुण बोथरा के ट्वीट करने के बाद हम इसकी जानकारी मिली और फिर मैंने अजमेर के सीनियर डीसीएम महेश चंद जेवालिया के साथ इस बारे में बात की. हमने तय किया कि कार्गो ट्रन नंबर 00902, जो लुधियाना और मुंबई के बांद्रा के बीच चलती है उसे राजस्थान के फालना स्टेशन पर रोका जाए और वहां से मुंबई पहुंचाया जाए."
उन्होंने कहा, जेवालिया की इंस्ट्रक्शन चीफ कमर्शियल इंस्पेक्टर अखिल तनेजा को दी गई, जिन्होंने को-ऑर्डिनेट करते हुए फालना से ऊंट के दूध को ट्रेन में लोड कराया. तरुण जैन ने आगे कहा, ''उपयुक्त अधिकारी से अनुमति लेने के बाद ट्रेन को फालना स्टेशन पर रोका या था और महिला तक दूध पहुंचाया गया''.
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