Personality Development: कहते हैं जो व्यक्ति खुद से प्यार नहीं करता वह किसी और से भी प्यार नहीं कर पाता. यह सिर्फ कहने भर की बात हो सकती है लेकिन सेल्फ लव (Self Love) जरूरी होता है. सेल्फ लव यानी खुद से प्यार करना व्यक्ति को यह सिखाता है कि चाहे जिंदगी कितनी ही कठिन क्यों ना हो जाए लेकिन आप अपने साथ हमेशा रहेंगे. कभी प्यार में हार मिलती है तो व्यक्ति को लगने लगता है शायद कमी मुझमें ही है या हो सकता है कि मैं प्यार के काबिल नहीं हूं. इसके अलावा, दोस्ती में मिले धोखे, नौकरी में आगे ना बढ़ पाना या परिवार में चल रही अनबन भी अक्सर व्यक्ति के दुख की बड़ी वजह बनती है और ऐसा महसूस होने लगता है कि किसी के चले जाने के बाद दोबारा उस खुशी को महसूस करना नामुमकिन है. ऐसे में सेल्फ लव की जरूरत समझ आती है.
सेल्फ लव व्यक्ति को सिखाता है कि किसी का आना या जाना, किसी का प्यार करना या ना करना आपका मूल्य (Self Worth) कम नहीं करता है. सेल्फ लव से समझ आता है कि हमारी खुशी हमारे हाथ में होती है और उस खुशी को पाने के लिए हमें किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं होती है. अगर आप इस समय मुश्किल वक्त से गुजर रहे हैं या आपको लगता है कि कोई आपसे प्यार नहीं करता और आप खुद भी अपनेआप से प्यार नहीं कर पा रहे हैं तो आपको सेल्फ लव की जरूरत है. यहां जानिए किस तरह खुद से प्यार करना सीखा जाता है.
Year Ender 2024: सालभर छाए रहे सेलेब्स के ये रेड लुक्स, आने वाली पार्टीज के लिए ले लीजिए इंस्पिरेशन
कैसे करें सेल्फ लव | How To Practice Self Love
सेल्फ लव के कई फायदे हैं. व्यक्ति नए रिस्क लेने से नहीं डरता, अपने साथ-साथ दूसरों के लिए उसमें उदार भाव होता है, जीवन में निरंतर आगे बढ़ते रहने का हौंसला मिलता है, तनाव कम होता है और व्यक्ति बाउंडरीज बनाना जानता है जहां उसे पता होता है कि कब किसी को हां कहना है और कब ना कहना जरूरी है.
सेल्फ केयर रूटीन बनानासेल्फ लव के लिए सेल्फ केयर रूटीन (Self Care Routine) बनाना जरूरी है. अपना ख्याल रखना सेल्फ लव की तरफ पहली सीढ़ी होता है. सेल्फ केयर से आपकी फिजिकल, इमोशनल और मेंटल हेल्थ अच्छी रहती है.
खुद को करें प्रायोरटाइजअपने आपको अपनी प्रायोरिटी बनाना सबसे ज्यादा जरूरी है. किसी और को महत्व देना बुरा नहीं है लेकिन उसके लिए अपनी खुशियों से समझौता करना ठीक नहीं होता है.
पॉजीटिव टॉक है जरूरीआप खुद से कैसे बात करते हैं इसपर ध्यान देना बहुत जरूरी होता है. व्यक्ति अगर अपने बारे में ही बुरा-भरा कहता रहेगा तो दिमाग में खुद को लेकर हमेशा नकारात्मकता बढ़ेगी. लेकिन, अगर खुद से पॉजीटिव बातें की जाएं तो कोंफिडेंस (Confidence) बढ़ता है.
खुद को कहें थैंक्यूअपने आपको थैंक्यू कहना बहुत जरूरी है. आपकी सराहना कोई और करे ना करे आपको अपनी सराहना जरूर करनी चाहिए.
लोगों के विचारों को लेकर ना बैठेंलोगों की सलाह सुनना सही है लेकिन उनके विचारों को पत्थर की लकीर मान लेना सही नहीं है खासकर तब जब वो विचार आपकी सेल्फ रिस्पेक्ट को हर्ट करते हों या फिर आपकी ओवरथिंकिंग का कारण बन रहे हों. इस बात को स्वीकार करें कि आप हर किसी को खुश नहीं कर सकते इसीलिए सबके विचार भी आपके लिए अलग हो सकते हैं.
टॉक्सिक लोगों को जानें से ना रोकेंसेल्फ लव का एक बहुत बड़ा स्टेप है जिंदगी से उन लोगों को जाने देना जो आपके लिए टॉक्सिक हैं. टॉक्सिक लोग जिंदगी में रहते हैं तो सिर्फ आपके दुख की वजह बनते हैं.
खुशी या दुख से भागे नहींजिंदगी में खुशी और दुख दोनों ही लगे रहते हैं. किसी एक चीज के पीछे भागने और किसी एक चीज से भागने की कोशिश ना करें. दोनों ही जिंदगी के दो पहलू हैं और दोनों को ही समझने की कोशिश करें.
कैसे पता चलती है सेल्फ लव की कमी- हमेशा परफेक्शन के पीछे भागना
- खुद की निंदा करते रहना
- कुछ भी करने से पहले हार का डर होना
- दूसरे लोगों से खुद की तुलना करना
- खुद को नकारात्मक बातें कहना
- लोगों से वैलिडेशन (Validation) लेने की कोशिश करना
- हर समय लो सेल्फ एस्टीम महसूस करना
- कोंफिडेंस की कमी होना
- ना कहने में मुश्किल महसूस करना और ना चाहते हुए भी हां कह देना
- हेल्दी बाउंडरीज मेंटेन ना कर पाना
- खुद को हमेशा बुरा-भला कहते रहना
- खुद को दूसरों से कम समझना
- अपनेआप को प्यार के काबिल ना समझना
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं