Parenting Advice: पिता को घर का तना कहा जाता है. पिता से बच्चे बेहद प्रभावित होते हैं. अपने पापा को वे अपने हीरों के रूप में देखते हैं और अपने पिता (Father) की तरह बनने के लिए उनकी हर बात, हर काम से प्रभावित होते हैं. ऐसे में यह पिता की जिम्मेदारी होती है कि वे अपने व्यवहार को ऐसा रखें और बच्चों को ऐसी बातें सिखाएं जो उनके जीवन को बेहतर बनाने में मदद करें. जानिए एक पिता के रूप में आप अपने बच्चे को किस तरह की परवरिश दे सकते हैं और आपकी सिखाई कौनसी बातें हैं जो बच्चे (Child) को अत्यधिक प्रभावित करती हैं और जिनका आपको खास ख्याल भी रखना चाहिए.
पिता को अपने बच्चे को सिखानी चाहिए ये बातें
सम्मान की भावनापिता अक्सर ही घर के मुखिया होते हैं. ऐसे में जब बच्चे देखते हैं कि पिता सभी को सम्मान (Respect) की भावना से देखते हैं, सबका सम्मान करते हैं और सभी उन्हें सम्मान देते हैं तो बच्चे यह सीखते हैं कि सम्मान की भावना होना जीवन में कितना जरूरी है. बच्चे छोटे-बड़े सभी को सम्मान देते हैं.
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अपनी गलती माननाजब बच्चों को यह दिखता है कि पिता अपनी गलती मानते हैं और अपनी गलतियों के लिए माफी मांगते हैं तो बच्चों को समझ आता है कि गलती मानने पर कोई कमतर नहीं हो जाता है. वहीं, अगर पिता अपनी गलती मानने वाले ना हों तो बच्चे भी यह देखकर जिद्दी (Stubborn) बन सकते हैं.
अगर पिता बच्चे के किसी भी कंपीटीशन पर यह कहते हैं कि हारना बहुत बुरी चीज है और बच्चे को जीतकर ही दिखाना है तो बच्चा इससे प्रभावित होता है, वह हार से डरने और घबराने लगता है. ऐसे में बच्चा पिता के सामने शर्मिंदा ना होने के लिए जीवनभर हार का मुंह देखने से डरने लगता है.
पिता को बच्चे अगर बचपन से ही एक कड़क, गुस्सैल या घड़ूस व्यक्ति के रूप में देखते हैं तो उनसे खासा दूरी बनाकर रखना शुरू कर देते हैं. वे अपने अंदर भी प्यार जताने की खूबी नहीं ला पाते. वहीं, जो पिता बच्चों से अपनी भावनाएं (Feelings), अपना प्रेम बांटते हैं और प्रकट करते हैं तो बड़े होने के बाद भी पिता और बच्चों में समीपता नजर आती है. बच्चे खुले विचारों वाले और जीवन की तरफ खुले नजरिये वाले बनते हैं और इमोशनली अनअवेलेबल नहीं बनते.
पिता का घर के कामों को कमतर समझना और अपने काम को बढ़ावा देना एक ऐसी आदत है जो खासकर लड़कों को "घर के काम लड़कियां ही करती हैं" जैसी बातों पर गर्व करना सिखाती हैं. बेटा या बेटी सभी में लाइफ स्किल्स होनी चाहिए और चाहे घर का काम हो या फिर बाहर का, हर काम मेहनत का है और सभी को आना चाहिए.