UPSC 2021: यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा-2021 (Civil Services Examination-2021) का रिजल्ट जारी हो चुका है. इस साल जनवरी में हुई लिखित (मुख्य) परीक्षा में 9,214 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था, जिसमें 1,824 उम्मीदवार इंटरव्यू के लिए सफल हुए थे. इस परीक्षा के अंतिम चरण में 685 उम्मीदवारों को सफलता मिली है. वहीं इस परीक्षा में कई उम्मीदवार एक नंबर से तो कोई दो नंबर से तो पांच नंबर से चूक गए. ऐसे ही एक उम्मीदवार रजत संब्याल से एनडीटीवी ने बात की और जानना चाहा कि उनसे कहां कमी रही गई, ताकि यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को आइडिया मिल सके और वे अपना IAS बनने का सपना पूरा कर सकें.
रजत संब्याल दस साल से यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं. उनका सपना IAS ऑफिसर बनने की थी. रजत 6 बार यूपीएससी की परीक्षा दे चुके हैं जिसमें से 3 बार प्री परीक्षा फेल हुए, दो बार मेंस परीक्षा तक पहुचें लेकिन इंटरव्यू में जगह नहीं बना पाएं. इस बार रजत ने यूपीएससी परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत की थी, क्योंकि इस बार उनका अंतिम चांस था. इस बार वे प्री पास कर, मेंस में पहुंचे और मेंस पास कर इंटरव्यू में, लेकिन इंटरव्यू में कुछ अंकों से चूक गए. एनडीटीवी ने रजत संब्याल से यूपीएससी की तैयारी और तैयारी में कमी के बारे में कई सवाल किए. रजत ने बताया कि उन्होंने 2012 से 2022 तक यूपीएससी और उसे जुड़े परीक्षा की तैयारी की है. परीक्षा की तैयारी के दौरान उन्होंने काफी कुछ सीखा है. वो भले ही इस परीक्षा में असफल रहे हैं लेकिन देश में और भी कई प्रतियोगी परीक्षाएं हैं जहां सफलता प्राप्त की जा सकती है और देश सेवा की जा सकती है. आईटी सेक्टर, डाटा एनलिसिस, थिंक टैक और रिसर्च विंग जैसे सेक्टर हैं जहां किस्मत आजमाई जा सकती है.
प्री और मेंस की परीक्षा
यूपीएससी परीक्षा में कहां हुई चूक के सवाल पर रजत ने बताया कि प्री में करंट अफेयर में तैयारी कम रही. स्टेटिक बुक, बेसिक बुक और एनसीआरटी और पिछले साल के क्यूश्चन पेपर की तैयारी में कमी रह गई थी. इसलिए पिछली परीक्षाओं में असफल रहा, जब मैंने इसकी तैयारी दुरुस्त रखी तो यूपीएससी की प्री परीक्षा में पास हुआ. जहां तक मेंस परीक्षा यानी मुख्य परीक्षा का सवाल है तो यह बात ध्यान रखने वाली है कि इसमें किसी भी विषय को हल्के में नहीं लिया जा सकता है. आपने जो विषय लिया है, उसकी पूरी तैयारी होना चाहिए, पूरी योजना, राइटिंग स्किल और एनालिसिस का होना जरूरी है. आपको अपनी गलतियों की जानकारी भी होना चाहिए, ताकि आप इम्प्रूभ कर सकें. उसमें कमी रही थी, इसलिए पिछली परीक्षाओं में मेंस क्लीयर नहीं हुआ था. जब उसपर काम किया तो मेंस में सफल रहा.
इंटरव्यू नहीं आसान
अब इंटरव्यू की बारी आती है, तो आपको बता दें कि यूपीएससी का इंटरव्यू कोई आम इंटरव्यू नहीं होता है, इसमें उम्मीदवार का पर्सनैलिटी टेस्ट होता है. इंटरव्यू लेने वाले को अगर आपकी पर्सनैलिटी में कमी लगती है, तो इंटरव्यू रह जाता है, यही मेरा साथ भी हुआ. अब मैं अपनी पर्सनैलिटी में इम्प्रूभमेंट लाने की कोशिश करूंगा. पर्सनैलिटी किसी इंसान की हर दिन इम्प्रूभ होती है. यह कोई एक दिन में नहीं बनता है, सालों से बनता है, आपके बैठने, बोलने का तरीका इस इंटरव्यू में सब मैटर करता है.
इंटरव्यू में पूछे गए सवाल
इसके जवाब में रजत ने कहा कि वो जम्मू से हैं इसलिए उनसे इंटरव्यू में 60 प्रतिशत सवाल जम्मू-कश्मीर से थे. जैसे आर्टिकल 370 पर आपका व्यू क्या है, जम्मू से भेदभाव हुआ है या नहीं, जम्मू को कैसे आगे बढ़ाया जाए. रजत का बैकग्राउंड सिविस इंजीनियरिंग का है, इसलिए कुछ सवाल सिविल इंजीनियरिंग से भी थे. सिविल इंजीनियरिंग से लगभग 20 प्रतिशत सवाल थे. जैसे सिविल इंजीनियरिंग से क्या लर्निंग है, हॉबी से भी कुछ सवाल थे, स्मार्ट सिटी, शहरों से आदि.
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