पीएम मोदी ने कहा कि आज योग को पूरी दुनिया अपना चुकी है
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पीएम मोदी ने विशाखापट्टनम में योग आसन किए. इस मौके पर उनके साथ सीएम चंद्रबाबू नायडू भी मौजूद रहे. पीएम मोदी के साथ विशापट्टनम में तीन लाख लोगों ने योग किया. आपको बता दें कि इस बार के योग दिवस की थीम एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य है. पीएम मोदी ने इस खास मौके पर दिए संबोधन में कहा कि आज योग सभी का और सभी के लिए है. उन्होंने कहा कि योग ने पूरी दुनिया को जोड़ा है. आज योग के लिए पूरी दुनिया एक साथ खड़ी है. योग का दायरा हर बीतते दिन के साथ और बढ़ रहा है. योग से शांति की दिशा मिलती है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पिछले एक दशक में जब मैं योग की यात्रा को देखता हूं, तो मुझे कई चीजें याद आती हैं. जिस दिन भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रस्ताव रखा - 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता देने का - और बहुत ही कम समय में, दुनिया के 175 देश हमारे देश के साथ खड़े हो गए. आज के विश्व में ये एकता और समर्थन कोई सामान्य घटना नहीं है. पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दुनिया भर के लोगों को शुभकामनाएं देता हूं.आज पूरी दुनिया योग कर रही है. योग का मतलब ही है जोड़ना,और यह देखकर बहुत खुशी होती है कि कैसे योग ने पूरी दुनिया को जोड़ दिया है.
उन्होंने कहा कि योग का सीधा-सादा अर्थ होता है-जुड़ना और ये देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरे विश्व को जोड़ा है.चाहे सिडनी ऑपेरा हाउस की सीढ़ियां हो, चाहे एवरेस्ट की चोटियां हो, या फिर समुद्र का विस्तार हो. हर जगह से एक ही संदेश आता है - योग सभी का है और सभी के लिए है. मैं से हम की यात्रा ही सेवा, समर्पण और सहअस्तित्व का आधार है. यही सोच सामाजिक समरसता को बढ़ावा देती है. दुर्भाग्य से आज पूरी दुनिया किसी न किसी तनाव से गुजर रही है. कितने ही क्षेत्रों में अशांति और अस्थिरता बढ़ रही है. ऐसे में योग से हमें शांति की दिशा मिलती है.
पीएम मोदी ने दुनिया के देशों से की खास अपील
पीएम ने कहा इस खास मौके पर कहा कि दुर्भाग्य से दुनिया किसी न किसी तनाव से गुजर रही है. अशांति अस्थिरता बढ़ रही है ऐसे में योग से हमें शांति की दिशा मिलती है. मैं विश्व समुदाय से आज के इस महत्वपूर्ण अवसर पर एक आग्रह करूंगा कि जहां योग सिर्फ पर्सनल प्रेक्टिस न रहे बल्कि ग्लोबल पार्टनरशिप का माध्यम बने. योग को लोकनीति का हिस्सा बनाएं. जब जनता लक्ष्य को थाम लेती है तो उस लक्ष्य की प्राप्ति से हमें कोई रोक नहीं पाता. आपके प्रयास यहां इस आयोजन में नजर आ रहे हैं. मी टु वी का भाव भारत की आत्मा का साथ है. जब व्यक्ति अपने हित से ऊपर उठकर समाज की सोचता है तभी पूरी मानवता का हित होता है. भारत की संस्कृति हमें सर्वे भवंतु सुखन: रही है. उन्होंने आगे कहा कि अभी नेवी के जहाज में भी योग कार्यक्रम चल रहा है. चाहे ओपेरा हाउस की सीढ़ियां हों या एवरेस्ट की चोटियां या समुंदर का विस्तार हो एक ही संदेश आता है कि योग सभी का है और सभी के लिए है. विशाखापट्टनम के लोगों ने इतना अच्छा आयोजन किया है कि सीएम चंद्रबाबू और पवन कल्याण गारू को बधाई देता हूं.