बृजभूषण सिंह के खिलाफ जांच रिपोर्ट अगले सप्ताह तक सौंपे जाने की संभावना, लगे हैं कई गंभीर आरोप

एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों का कथित रूप से यौन उत्पीड़न करने के आरोप में बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है.

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पुलिस अधिकारी ने कहा कि 180 लोगों से एसआईटी ने अब तक पूछताछ की है

नई दिल्‍ली:

भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के निवर्तमान अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) उनके खिलाफ दर्ज दो मामलों की जांच रिपोर्ट अगले हफ्ते अदालत में पेश कर सकती है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि अब तक की अपनी जांच के तहत एसआईटी ने 180 से अधिक लोगों से पूछताछ की है.

एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगट और ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया सहित देश के शीर्ष पहलवान, बृजभूषण सिंह के खिलाफ विरोध कर रहे थे. एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों का कथित रूप से यौन उत्पीड़न करने के आरोप में बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है. 

बता दें कि प्रदर्शनकारी पहलवानों ने बुधवार को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की और 15 जून तक अपना आंदोलन स्थगित करने पर सहमत हुए. खेल मंत्री ने आश्वासन दिया कि तय समय में बृजभूषण सिंह के खिलाफ चार्जशीट दायर की जाएगी और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चुनाव जून महीने के अंत तक होंगे. 

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "दो मामलों से संबंधित जांच रिपोर्ट अब तक एकत्र किए गए सभी सबूतों के साथ अदालत में अगले सप्ताह तक पेश की जाएगी. इस मामले में जांच चल रही है और केस से जुड़े लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं." अधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ताओं, गवाहों, बृजभूषण सिंह के सहयोगियों, कर्मचारियों और परिवार के सदस्यों सहित 180 लोगों से एसआईटी ने अब तक पूछताछ की है. उन्होंने कहा कि इन लोगों से शिकायतकर्ताओं द्वारा लगाए गए आरोपों और दो एफआईआर में उल्लिखित विशेष घटनाओं के बारे में पूछताछ की गई.

पुलिस अधिकारी ने कहा कि बृजभूषण सिंह के उनके सहयोगियों से व्यवहार, महिला पहलवानों के साथ उनके व्यवहार के बारे में जानने के लिए और शिकायतकर्ताओं के दावों की पुष्टि करने के लिए निश्चित तारीखों पर उनकी आधिकारिक और व्यक्तिगत यात्राओं की समय-सीमा का पता लगाने के लिए भी जांच की गई. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो पुलिस और सबूत जुटाने के लिए बृजभूषण सिंह के दिल्ली और गोंडा स्थित आवासों पर भी जा सकती है. 

अधिकारी ने कहा कि मामला बेहद संवेदनशील है और सभी तकनीकी उपकरणों का इस्तेमाल कर जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि कॉल डिटेल रिकॉर्ड का विश्लेषण किया जा रहा है और जांच के हिस्से के रूप में एकत्र किए गए वीडियो और फोटो की बारीकी से जांच की जा रही है.

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बृजभूषण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं. जहां पहली प्राथमिकी नाबालिग पहलवान द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत दर्ज की गई है, वहीं दूसरी शील भंग से संबंधित है. प्राथमिकी में एक दशक में अलग-अलग समय और स्थानों पर फेडरेशन प्रमुख द्वारा यौन उत्पीड़न, अनुचित स्पर्श, टटोलने, पीछा करने और डराने-धमकाने के कई कथित मामलों का जिक्र कियाा गया है. 

बृजभूषण सिंह से पुलिस अब तक दो बार पूछताछ कर चुकी है और दोनों मौकों पर उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया और दावा किया कि उन्हें 'फंसाया' जा रहा है.

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