Rajasthan: राजस्थान के कद्दावर कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot )ने शुक्रवार को पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी (Sonia Gandhi)से मुलाकात की. दोनों के बीच बैठक करीब 45 मिनट तक चली. राजस्थान मंत्रिमंडल में जल्द फेरबदल होने और राजनीतिक नियुक्तियों की संभावना के बीच यह बैठक हुई है.बैठक के बाद पायलट ने बताया कि हमारी बीच राजस्थान के पार्टी से जुड़े मामलों और सियासी हालात के बारे में बात हुई. उन्होंने कहा कि राज्य में दो साल में चुनाव होने हैं. हर वर्ष 2023 में भी राज्य में सत्ता में आने के लिए पार्टी को मजबूत करने पर काम में जुटे हैं. एक अन्य सवाल पर सचिन पायलट ने कहा, 'हम सभी कांग्रेसी हैं. हम या तुम जैसी बातों के कोई मायने नहीं हैं.' राजस्थान कैबिनेट में कुछ पद खाली है, इन्हें भरने के लिए आलाकमान की ओर से सभी पहलुओं पर विचार किया गया. उन्होंने कहा, 'पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसको निभाऊंगा. मैंने करीब 20 वर्ष से पार्टी में पूरी लगन से काम किया है और आगे भी करता रहूंगा. '
मैं तो जादूगर था इसलिए काम चल गया, सरकार पांच साल चलेगी : अशोक गहलोत
गौरतलब है कि सचिन पायलट से पहले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot) ने भी कल सोनिया गांधी के घर 10 जनपथ पहुंचकर उनसे मुलाकात की थी. इस भेंट के बाद सीएम ने कहा था, 'मैंने मंत्रिमंडल विस्तार पर अपना पक्ष रख दिया है'. इससे पहले बुधवार को भी राहुल गांधी के घर पर कांग्रेस की बैठक हुई थी. इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल शामिल हुए थे. बैठक में राहुल गांधी मौजूद नहीं थे.
सूत्रों के मुताबिक- कांग्रेस आलाकमान ने गहलोत को हिदायत दी है कि वे जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार करें और सचिन पायलट के वफ़ादारों को उसमें शामिल करें. सचिन पायलट भी कह चुके हैं कि जिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी के लिए खून-पसीना बहाया है, उन्हें मान-सम्मान मिलना चाहिए. चुनाव अब बहुत दूर नहीं हैं. पायलट को पार्टी में गहलोत के विरोधियों में शुमार किया जाता है.