अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत से क्या विपक्ष को मिलेगा टॉनिक, जानिए क्या है AAP की रणनीति

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनाव प्रचार के लिए एक जून तक की अंतरिम जमानत दे दी है. उन्हें दो जून को जेल जाना होगा. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद आम आदमी पार्टी और इंडिया गठबंधन के चुनाव प्रचार में और तेजी आने की उम्मीद की जा रही है.

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अरविंद केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था.
नई दिल्ली:

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court of India) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejariwal) को एक जून तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी है. उन्हें दो जून को फिर जेल जाना होगा. केजरीवाल को यह अंतरिम जमानत चुनाव प्रचार (Lok Sabha Election Campaign) के लिए दी गई है. ईडी ने केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था.इसके बाद वे एक अप्रैल से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं. ईडी (Enforcement Directorate)ने अंतरिम जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि चुनाव प्रचार कोई मौलिक अधिकार नहीं है. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस दलील को नहीं माना. केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान में तेजी आने की उम्मीद है. उनके बाहर आने से इंडिया गठबंधन के प्रचार को भी मजबूती मिलने के आसार हैं.

कहां कहां से चुनाव लड़ रही है आम आदमी पार्टी?

आम आदमी पार्टी दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है. दिल्ली में आप चार और कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इसके साथ ही कांग्रेस ने इस गठबंधन के तहत हरियाणा की कुरुक्षेत्र और गुजरात की भरूच लोकसभा सीट आप की दी है.दिल्ली में 25 मई को मतदान कराया जाएगा. गुजरात में तीसरे चरण में मतदान हो चुका है. हरियाणा में छठे चरण में 25 में मतदान कराया जाएगा. वहीं आप पंजाब की सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. जहां अंतिम चरण में एक जून को वोट डाले जाएंगे. 

अरविंद केजरीवाल की जगह कौन कर रहा था चुनाव प्रचार?

दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की गैर मौजूदगी में उनकी पत्नी चुनाव प्रचार करती नजर आ रही हैं.सबसे पहले वो दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित रैली में शामिल हुई थीं. इस रैली में वो कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी के साथ बैठी नजर आई थीं. इसके बाद उन्होंने दिल्ली में तीन रोड शो भी किए और आप की संकल्प सभाओं में शामिल हुईं. इस दौरान उन्होंने केंद्र नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधती नजर आईं.  उन्होंने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल की लोक कल्याणकारी कामों को रोकने के लिए ही उन्हें जेल भेजा गया है.उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अरविंद केजरीवाल की लोकप्रियता से डरी हुई है. चुनाव प्रचार में सुनीता केजरीवाल ने यह भी कहा कि आपने तीन बार अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाया, इससे भाजपा परेशान है.इसी वजह से उसने उनकी आवाज जनता तक पहुंचने से रोकने के लिए उन्हें जेल में डाला है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी चुनाव प्रचार करते नजर आए. 

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आप के नेता प्रचार में अरविंद केजरीवाल की कमी को महसूस कर रहे हैं. क्योंकि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की अपील ज्यादा है. वो खुद को दिल्ली का बेटा बताकर जनता से जुड़ने को कोशिश करते हैं. इससे निपटने के लिए आप ने 'जेल का जवाब वोट'से अभियान शुरू किया था. इसका दूसरा चरण 13 मई से शुरू होने वाला है. 

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सुप्रीम कोर्ट के फैसले से इंडिया में खुशी की लहर

आम आदमी पार्टी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है. इसलिए देश भर में हो रहे इंडिया गठबंधन की रैलियों में आप की ओर से संजय सिंह शामिल हो रहे हैं.शुक्रवार को भी वे इंडिया गठबंधन की कन्नौज और कानपुर में हुई रैलियों में शामिल हुए. लेकिन अब केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद उम्मीद की जा रही है कि वो केवल दिल्ली ही नहीं पूरे देश में घूम-घूमकर चुनाव प्रचार करेंगे. 

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अरविंद केजरीवाल को मिली अंतरिम जमानत के बाद इंडिया गठबंधन में खुशी की लहर दौड़ गई है.पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुशी जताई है, वहीं कांग्रेस ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल को मिली राहत का हम स्वागत करते हैं. कांग्रेस मीडिया सेल के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा है कि 4 जून के बाद नरेंद्र मोदी जी को समय मिलेगा कि वह आत्मचिंतन करें कि वह किस तरह की राजनीति करते हैं.उन्होंने उम्मीद जताई है कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को भी जल्दी ही न्याय मिलेगा.वहीं अरविंद केजरीवाल को मिली अंतरिम जमानत के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कानपुर में कहा कि चार जून के बाद नरेंद्र मोदी हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे.

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