'सफेद कपड़ा भेंट करना पड़ेगा': मिल्कीपुर उपचुनाव पर EC पर अखिलेश यादव का विवादित बयान

मिल्कीपुर उपचुनाव समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है क्योंकि यह सीट राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण अयोध्या जिले का हिस्सा है. पिछले साल के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद लोकसभा सीट जीतने के बाद सपा सांसद अवधेश प्रसाद द्वारा सीट खाली करने के बाद उपचुनाव की जरूरत पड़ी.

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निर्वाचन आयोग कार्रवाई करे : मिल्कीपुर उपचुनाव पर अखिलेश यादव

लखनऊ:

अयोध्या में मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर विवादित टिप्पणी की है. साथ ही साथ सपा अध्यक्ष ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं. अखिलेश यादव ने भाजपा पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने का आरोप लगाया है. अपने आरोपों को लेकर अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया है. उन्होंने इस पोस्ट में लिखा है कि यह भाजपा का चुनाव लड़ने का तरीका है. चुनाव आयोग मर गया है, सफेद कपड़ा हमें भेंट करना पड़ेगा.  

चिराग पासवान का पलटवार

अखिलेश यादव के बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इस मामले पर कहा कि  अखिलेश जी इतने पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं और इस तरह का भाषा के इस्तेमाल करते हैं यह सोच ही गलत है. चुनाव आयोग की बदौलत ही आप इतनी बड़ी पार्टी के नेता बन कर सदन में बैठे हैं, आपने पहले क्यों नहीं सवाल उठाया चुनाव आयोग पर. आज अगर इतनी तकलीफ है तो अपने विधायक और सांसदों को बोलिए ना इस्तीफा देने के लिए जिस तरह का भाषा के इस्तेमाल कर रहे हैं यह पढ़े लिखे लोगों को शोभा नहीं देता है.

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चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं है: कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर

अखिलेश यादव के बयान पर कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि चुनाव आयोग भाजपा का एक डिपार्टमेंट हो चुका है, उसका राजीव कुमार ने पूरा हत्या कर दिया है . वह भाजपा से आर्डर लेकर सारा काम करते हैं . चुनाव आयोग के खत्म होने का टाइम आ गया है. अखिलेश जी क्या बोल रहे हैं उसके पीछे एक बड़ा मैसेज है आज चुनाव आयोग एक तरफ़ा हो गया है. राजीव कुमार का व्यवहार भाजपा के कार्यकर्ता की तरह हो गया. आज चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं है.

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क्या है पूरा मामला

अखिलेश यादव ने दावा किया है कि पुलिस-प्रशासन का रवैया अलोकतांत्रिक रहा. दर्जनों बूथों पर समाजवादी पार्टी के बूथ एजेंटों को डराया-धमकाया गया. सपा प्रमुख ने आरोप लगाया था कि भाजपा ने मिल्कीपुर में बेईमानी के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए. भाजपा के गुंडों ने मिल्कीपुर उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए अराजकता की. पुलिस-प्रशासन का उन्हें खुला संरक्षण मिला. पुलिस-प्रशासन ने भाजपा के गुंडों को खुली छूट देकर चुनाव आचार संहिता का घोर उल्लंघन किया.

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‘‘मिल्कीपुर उपचुनाव में रायपट्टी अमानीगंज में फर्जी वोट डालने की बात अपने मुंह से कहने वाले ने साफ कर दिया कि भाजपा सरकार में अधिकारी किस तरह से धांधली में लिप्त हैं. निर्वाचन आयोग को और क्या सबूत चाहिए.''

अखिलेश यादव

सपा प्रमुख

मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिए

अखिलेश यादव ने दावा किया कि मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में कई मतदान केन्द्रों पर समाजवादी पार्टी के एजेंटों को या तो बाहर कर दिया गया या एजेंट ही नहीं बनाया गया. ज्यादातर बूथों पर ईवीएम खराब होने की शिकायतें मिलीं. सपा नेता ने कहा कि ईवीएम तो कई जगह खराब रही परन्तु कुटिया अमानीगंज में दो घंटे से ज्यादा मशीन खराब रही और मतदान बाधित रहा. उन्होंने कहा  कि पर्ची के बावजूद कई जगहों पर मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया गया. उन्होंने आगे कहा कि मुस्लिम महिलाओं का बुर्का हटाकर उनकी पहचान करने के बहाने उन्हें ‘‘भयभीत और अपमानित'' किया गया.

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उपचुनाव में 65.35 फीसद मतदान हुआ

उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर की जनता ने उपचुनाव में अपना 2022 का रिकॉर्ड तोड़ा है. मतदाताओं ने वोटों की बारिश की है. 2022 में हुए अब तक के सर्वाधिक 60.23 फीसद मतदान को पीछे छोड़ते हुए उपचुनाव में 65.35 फीसद मतदान हुआ हैं. चुनाव आयोग के अनुसार मिल्कीपुर विधानसभा में सभी 414 मतदेय स्थलों में मतदान सकुशल संपन्न हुआ था. मिल्कीपुर विधानसभा में अनुमानित मतदान 65.35 प्रतिशत हुआ है, जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां मतदान 60.23 फीसदी हुआ था.

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