'यहां कौन-कौन पीनेवाला?' 14 साल बाद राहुल गांधी ने फिर पूछे तीखे सवाल, पार्टी नेता शर्मिंदा

सूत्रों ने बताया कि राहुल के सवाल से कुछ नेता शर्मिंदा दिखे और जवाब देने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू पर छोड़ दिया गया. सूत्रों के मुताबिक तब क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू ने कहा, "मेरे राज्य में ज्यादातर लोग शराब पीते हैं," उन्होंने किसी विशेष का कोई उल्लेख नहीं किया.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
साल 2007 में भी राहुल गांधी ने इसी तरह की एक सभा में इस मुद्दे को उठाया था. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस (Congress) का एक पुराना नियम है कि पार्टी का सदस्य शराब से परहेज और खादी का उपयोग करेगा. मंगलवार को जब कांग्रेस के राज्य प्रमुखों के साथ सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की बैठक चल रही थी, तब राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पुराने नियमों से जुड़े ऐसे सवाल पूछ दिए जिससे कई नेता असहज हो गए. दरअसल, राहुल ने मीटिंग में ही सभी नेताओं से पूछ लिया, "यहां कौन-कौन पीता है?" ये सवाल सुनकर सभी असहज हो गए, कुछ नेता तो शर्मिंदा हो गए.

साल 2007 में भी राहुल गांधी ने इसी तरह की एक सभा में इस मुद्दे को उठाया था. अब जब पार्टी ने सदस्यता अभियान के लिए बैठक आयोजित की तो उन्होंने फिर से 14 साल पहले की बात छेड़ दी.

सूत्रों ने बताया कि राहुल के सवाल से कुछ नेता शर्मिंदा दिखे और जवाब देने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू पर छोड़ दिया गया. सूत्रों के मुताबिक तब क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू ने कहा, "मेरे राज्य में ज्यादातर लोग शराब पीते हैं," उन्होंने किसी विशेष का कोई उल्लेख नहीं किया.

Advertisement

महंगाई के मुद्दे पर 14 नवंबर से जनजागरण अभियान छेड़ेगी कांग्रेस : रणदीप सुरजेवाला

हालांकि, इस स्थिति को समायोजित करने के लिए सदस्यता के नियमों में बदलाव की जरूरत है लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं किया जा सका है.

Advertisement

पार्टी संविधान के मुताबिक, इस तरह के नियमों में बदलाव केवल कार्य समिति (पार्टी का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय) द्वारा ही किया जा सकता है. दरअसल, कांग्रेस में महात्मा गांधी के दिनों से ही शराब न पीने का नियम बना हुआ है. राहुल गांधी ने 2007 में कांग्रेस कार्यसमिति में इस नियम की प्रासंगिकता और व्यावहारिक पहलू पर सवाल उठाया था.

Advertisement

UP के लिए कांग्रेस की एक और प्रतिज्ञा, प्रियंका गांधी का ऐलान- सरकार बनी तो 10 लाख तक का इलाज मुफ्त

Advertisement

उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के विधान सभा चुनावों से पहले कांग्रेस ने  1 नवंबर से सघन सदस्यता अभियान चलाने का फैसला किया है. इसके लिए सदस्यता फॉर्म में 10 बिंदुओं की एक सूची है, जिसमें पार्टी सदस्य बनने के इच्छुक लोगों द्वारा शराब और नशीली दवाओं से परहेज से जुड़ी एक व्यक्तिगत घोषणा- देनी होगी. इसके अलावा 10 बिंदुओं में यह भी शामिल है कि नए सदस्यों को सार्वजनिक मंचों पर पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों की कभी भी आलोचना नहीं करने का वचन देना होगा. यह फॉर्म प्रिंटेड और डिजिटल दोनों फॉर्मेंट में उपलब्ध कराया गया है.

VIDEO: Prime Time With Ravish Kumar: इंसाफ, खाद और महंगाई - Line में लगे रहो भाई

Featured Video Of The Day
Delhi School Fees Act BREAKING: स्‍कूलों पर सरकार ने कसी नकेल, फीस एक्‍ट को मिली मंजूरी | CM Rekha