क्या नीतीश कुमार पीएम मटेरियल हैं, इस सवाल को तेजस्वी ने चतुराई से टाल दिया
Bihar Political Crisis: बिहार की सियासत में हुए बड़े बदलाव के अंतर्गत नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने आज बीजेपी के साथ रिश्ते तोड़ने का ऐलान किया. उन्होंने राज्यपाल फागू चौहान के साथ मिलकर आरजेडी सहित सात पार्टियों के महागठबंधन के साथ नए सिरे से सरकार बनाने का दावा किया. नीतीश कुमार को नए गठबंधन के नेता के तौर पर मुख्यमंत्री पद संभालने को कहा गया है.राज्यपाल के साथ आज अपनी दूसरी बैठक के बाद नीतीश ने कहा, "सात पार्टियों का महागठबंधन और एक निर्दलीय एक साथ काम करेगा." इस दौरान मीडिया के साथ बात करते हुए आरजेडी नेता तेजस्वी प्रसाद (Tejashwi yadav) यादव ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. तेजस्वी यादव ने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि बीजेपी जिसके साथ रहती है उसे पहले खत्म कर देती है. बिहार में भी कुछ वैसी ही तैयारी थी. बीते दिनों बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बिहार आए थे. इस दौरान उन्होंने कहा था कि क्षेत्रिय पार्टियों को खत्म कर के रहेंगे. मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि नड्डा जी सिर्फ रीजनल पार्टियों को खत्म करने की बात नहीं कर रहे थे वो देश के संविधान को भी खत्म करने की बात कर रहे थे. हम लोकतंत्र बचाने के लिए एक हुए हैं, हमे देश को बचाना है.
एक जर्नलिस्ट के इस सवाल पर कि क्या वे नीतीश को 2024 के लिए पीएम पद के दावेदार के तौर पर देख रहे हैं तो तेजस्वी ने चतुराई से सवाल को दरकिनार करते हुए जातिगत जनगणना को लेकर बात शुरू कर दी. उन्होंने इस मुद्दे पर नीतीश के स्टेंड के बारे में चर्चा शुरू कर दी. जब दूसरी बार यह सवाल पूछा गया तो तेजस्वी ने कहा कि यह सवाल हम नीतीशजी पर छोड़ते हैं, हमें इस पर कोई कमेंट नहीं करना है. आरजेडी नेता ने कहा कि जहां जहां तक देश में कोई सबसे अनुभवी सीएम है तो वे नीतीश जी हैं.
तेजस्वी ने इस दौरान देश में मौजूद मंहगाई और राष्ट्रीय सुक्षा का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि आज देश में जैसी महंगाई है, उसकी वजह से आम लोगों का दो वक्त की रोटी तक जुटा पाने में मुश्किल हो रही है. गरीब त्रस्त है. वहीं, बीजेपी पहले राष्ट्रीय सुरक्षा की बात करती थी लेकिन आज चीन हमारी जमीन पर कब्जा कर चुका है. उन्होंने कहा, "आज 'क्विट इंडिया' का दिन है. बिहार ने आज दिखा दिया है. सीएम नीतीश ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की, पटना विश्वविद्यालय को लेकर भी मांग की लेकिन केंद्र ने कुछ नहीं सुना. बीजेपी ने जो किया वो अपने एजेंडे के तहत किया. हमे देश के संविधान को बचाना है. मैं नीतीश कुमार को धन्यवाद देता हूं. बीजपी का एक ही काम है लड़ाओ, जो डरता है डराओ और जो बिकता है उसे खरीदो. सीएम नीतीश कुमार ने संविधान बाचने के लिए लोकतंत्र बचाने के लिए निर्णय लिया, इसलिए हम इनके साथ आए हैं."
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